कुर्स्क में तेज हुई जंग, रूस का दावा- अब तक मारे गए 8500 यूक्रेनी सैनिक
यूक्रेन सेना ने 6 अगस्त को सबको चौंकाते हुए रूस की पश्चिमी सीमा में घुसपैठ कर कुर्स्क प्रांत के करीब 1 हजार किलोमीटर क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया था. खबरों के मुताबिक रूसी सेना यूक्रेन सैनिकों को खदेड़ने के लिए अपनी कार्रवाई तेज कर रही है. रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि पिछले 24 घंटे में कुर्स्क में 360 युक्रेनी सैनिक मारे गए हैं.
रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यूक्रेनियन सैनिकों ने कुर्स्क इलाके में तीन जगहों से घुसने की कोशिश की थीं, लेकिन रूसी सैनिकों ने उन्हें नाकाम कर दिया. खबरों के मुताबिक यूक्रेन सेना को कुर्स्क में नाटो की रसद नहीं पहुंच पा रही है. दूसरी तरफ रूस यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर अपनी बढ़त को लगातार बढ़ा रहा है और खारकीव से जुड़े कस्बों को एक के बाद एक सीज कर रहा है.
बम शेल्टरों में छिपने को मजबूर यूक्रेनी
रूस यूक्रेन के हमलों के बाद और आक्रामक हो गया है. यूक्रेन के शहरों में लगातार एयर सायरन बज रहे हैं. कीव पर फिर से रूसी ड्रोन और मिसाइल हमले की आशंका जताई जा रही है. रूस सेना ने कुर्स्क में अब तक 8500 यूक्रेनी सैनिक मार गिराए हैं और वे लगातार कुर्स्क को आजाद कराने में जुटी है.
रूस पर यूक्रेन के ड्रोन हमले
रूसी अधिकारियों ने बताया की यूक्रेन ने रूस पर रात भर में करीब 158 ड्रोनों से हमला किया है. ज्यादातर ड्रोन हमले एयर डिफेंस ने नाकाम कर दिए, लेकिन कुछ ड्रोन मास्को आयल रिफाइनरी और कोनाकोवो पावर स्टेशन पर गिरे. जिसके बाद वहां आग लगने की खबर है.
जेलेंस्की को पश्चिमी देशों से मदद की दरकार
रूस के हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अपने पश्चिमी सहयोगियों से बात की है. इस चर्चा में उन्होंने पश्चिमी देशों से मिले आक्रमक मिसाइलों को रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी है. जेलेंस्की का मानना है कि रूस के शहरों में अंदर तक घुसकर हमले करने से ही रूस के खतरे को रोका जा सकता है.