केरोटीन या स्मूथिंग आपके बालों के लिए क्या है बेस्ट? जानें
हर लड़की की चाहत होती है कि उसके बाल लंबे-घने के साथ ही मुलायम और सॉफ्ट भी हों. लेकिन आजकल गलत खान-पान, स्ट्रेस और प्रदूषण के चलते हेल्थ के साथ-साथ बालों कमजोर होने लग जाते हैं. आज कम उम्र में ही बहुत सी लड़कियां फ्रिजी और रूखे बालों की समस्या से बहुत परेशान रहती हैं. इसके लिए बहुत से हेयर केयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करती हैं. लेकिन इससे लुक खास असर नहीं होता.
फ्रिजी और रूखे बाल हमारे लुक को खराब करते हैं. ऐसे में बहुत सी लड़कियां आजकल कई तरह के हेयर ट्रीटमेंट लेना पसंद करती हैं. जिनमें स्मूथिंग और केराटिन बहुत आम हैं. आपके घर में या फिर किसी जान पहचान में आपको इसके बारे में बहुत सुनने को मिलता होगा. लेकिन इसको लेकर सभी के मन में एक कंफ्यूजन होती है कि आखिरकार स्मूथिंग और केराटिन में अंतर क्या है और उनके बालों के लिए इन दोनों में से क्या बेस्ट है. आज इस आर्टिकल में हम आपको इन दोनों के बीच का अंतर बताने जा रहे हैं. जिससे आप पता लगा सकते हैं कि आपके लिए इनमें से क्या सही रहेगा…
केराटिन ट्रीटमेंट
केराटिन हमारे बालों में मौजूद नेचुरल प्रोटीन होता है. जिसकी वजह से बालों में सॉफ्टनेस और शाइन बनी रहती है. लेकिन आजकल बढ़ते प्रदूषण और अनहेल्दी डाइट के कारण इसकी कमी हो सकती है. ऐसे में कई बालों को सॉफ्ट और शाइनी बनाने के लिए केराटिन ट्रीटमेंट की लोग कराते हैं.
ये ट्रिटमेंट एक तरह की केमिकल प्रोसेस है जिसमें बालों पर केराटिन-आधारित घोल लगाया जाता है, जिसके बाद उसे कुछ घंटों के लिए छोड़ दिया जाता है. ये बालों की जड़ों में प्राकृतिक केराटिन प्रोटीन पहुंचाने में मदद करता है. साथ ही बालों में शाइन लाता है. इससे बाल झड़ने की समस्या में भी राहत मिल सकती है. यह प्रक्रिया बालों की रिपेयर और उन्हें मजबूत बनाने में मदद करती है.
हेयर स्मूदनिंग
हेयर स्मूदनिंग में बालों पर कई तरह के केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है. जिससे बाल स्ट्रेस हों और उनमें शाइन आए. इसमें रिलैक्स या स्ट्रेटनिंग सॉल्यूशन का उपयोग शामिल है, जिसके बाद बालों को नया आकार देने के लिए फ्लैट आयरन का उपयोग किया जाता है. इस प्रक्रिया में आम तौर पर कई घंटे लगते हैं. इससे हेयर फॉल से राहत मिल सकती है. साथ ही ये बालों को स्ट्रेट, सॉफ्ट और शाइनी बनाने का काम करता है.