कैसे रूस के सामने डट पाएंगे जेलेंस्की? यूक्रेन में आया भूचाल, 5 मंत्रियों ने दिया इस्तीफा
जहां एक ओर यूक्रेन ने फिर से रूस के अंदर विनाश की बहुत भयावह आग भड़का दी है और इस आग में रूस के एयर बेस और नेवल बेस जल रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर उसे एक बड़ा झटका लगा है. यूक्रेन में आंतरिक भूचाल आया हुआ है. दरअसल, राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के पांच मंत्रियों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया. इन मंत्रियों ने किस वजह से इस्तीफा दिया है इसकी जानकारी सामने नहीं आई है.
जिन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है उनमें डिप्टी प्रधानमंत्री ओल्हा स्टेफनिशिना, स्ट्रेटेजिक इंडस्ट्रीज मंत्री अलेक्जेंडर कामिशिन, न्याय मंत्री डेनीस मालियुस्का, पर्यावरण मंत्री रुस्तलान स्ट्रिलेट्स और पुनः एकीकरण मंत्री इरीना वेरशचुक शामिल हैं. इसके अलावा, राज्य संपत्ति कोष (एसपीएफयू) के प्रमुख विटालिय कोवल ने भी पदभार संभालने के नौ महीने बाद इस्तीफा दे दिया. अगला नंबर किसका है इस पर चर्चा जोरों पर है. बताया जा रहा है कि विदेश मंत्री दमित्रि कुलेबा भी इस्तीफा दे सकते हैं.
इधर, रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि कई इलाकों में जेलेंस्की को मुंह की खानी पड़ रही है. युद्ध में उन्हें झटके पर झटके लग रहे हैं. जेलेंस्की की सेना को कुर्स्क समेत दूसरे सीमाई प्रांतों में हार का सामना करना पड़ रहा है. इस हार को टालने के लिए अब यूक्रेनी फोर्स ने रूसी धरती पर हमले तेज कर दिए हैं. इसके अलावा पिछले 3 दिनों में रूस ने जिस तरह से यूक्रेन को दहलाया है, उसके बाद जेलेंस्की सेना ने भी प्रतिशोध के मोड में आ चुकी है. तवेर और क्रीमिया में यूक्रेन का हमला इसी का परिणाम है.
हर दिन यूक्रेन के करीब आ रही हार
यूक्रेनी फोर्स रूस के अंदर और युद्ध के मैदान में भी भीषण हमला कर वापसी करने की कोशिश कर रही है. यूक्रेन ने रूस के कैलिनिनग्राद में भी विध्वंसक हमला किया. विस्फोट के बाद कैलिनिनग्राद के रिहायशी इलाके में आग लग गई. नीपर नदी में यूक्रेन ने रूस के आधा दर्जन बोट को डुबा दिया. डोनेस्क में यूक्रेनी फोर्स ने रूस के दो ठिकानों का अस्तित्व मिटा दिया. डोनेस्क के क्रास्नोहोरिव्का में यूक्रेन ने रूसी सेना के कॉलम को तबाह कर दिया.
यूक्रेन गुरिल्ला हमले भले ही कर रहा है, लेकिन सच ये है कि हर बीतते दिन के साथ हार उसके करीब आती जा रही है. हार तभी टल सकती है, जब यूक्रेन को जरूरी हथियार मिले. ये बात जेलेंस्की जानते हैं, यही वजह है कि वो कई देशों से हथियारों की मांग कर रहे हैं. इसी सिलसिले में जेलेंस्की ने नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री से मुलाकात की. नीदरलैंड्स से एयर डिफेंस सिस्टम और हथियारों की मांग की गई.
सर्बिया ने दिए लड़ाकू विमान
सर्बिया ने यूक्रेन को 36 MiG-29 लड़ाकू विमान देने का फैसला किया है, तो रोमानिया पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम देने जा रहा है. नाटो के कई देश यूक्रेन को मदद तो दे रहे हैं, लेकिन ये मदद काफी नहीं है. इस बात से आहत जेलेंस्की ने कहा है कि रूस के अंदर हमला करने के लिए यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियार नहीं मिल रहे हैं. जाहिर है अगर यूक्रेन को जल्द ही लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें नहीं मिलीं, तो जेलेंस्की और उनकी सेना को हार से कोई नहीं बचा सकेगा.