कोंकणा सेन शर्मा का चौंकाने वाला खुलासा, बॉलीवुड में जाति के नाम पर होता है भेदभाव
बॉलीवुड एक्ट्रेस कोंकणा सेन शर्मा की इंडस्ट्री में एक अलग पहचान है. चाहें उनकी एक्टिंग हो या फिर उनकी फिल्म मेकिंग को लेकर चोइसेस की बात हो, कोंकणा को हमेशा से ही एक मेहनती और काबिल शख्सियत के तौर पर जाना जाता है. इसके अलावा लाइफ इन अ मेट्रो एक्ट्रेस अपनी बात को मुखरता से रखने के लिए भी अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. हालही में कोंकणा ने बॉलीवुड फिल्मों में एक सेट फंक्शन को लेकर कई खुलासे किए.
कोंकणा ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि ऐसा सोचा भी नहीं जा सकता कि बॉलीवुड जैसी इंडस्ट्री में भी जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव हो सकता है. एक्ट्रेस ने खुलासा किया कि जहां इंडस्ट्री बेहद पैट्रीआर्कल है, वहीं इसमें जाति और वर्ग के आधार पर भी भेदभाव किया जाता है. कोंकणा ने कहा कि इंडस्ट्री के लोग किसी इंसान की जाति और वर्ग के आधार पर ये तय करते हैं कि उन्हें कहां बैठने की इजाजत दी जाएगी और कहां नहीं. यहां तक की उन्हें क्या खाना खाना है इसकी भी वो ही लोग इजाजत देते हैं.
खाने को लेकर भी होता है भेदभाव
फिल्म क्रिटिक सुचरिता त्यागी के युट्यूब चैनल पर एक बातचीत के दौरान कोंकणा ने कहा कि फिल्म सेट, फिल्म इंडस्ट्री न केवल महिलाओं के आधार पर बल्कि जाति, वर्ग और लिंग के आधार पर भी बहुत भेदभाव करती है. यहां काफी समस्याएं हैं… सब कुछ भरा हुआ है और ये काफी पैट्रीआर्कल है. कोंकणा ने आगे बताया कि यहां पर भेदभाव की हालत ये है कि खाना खाने को लेकर भी लोग भेदभाव करते हैं. खानपान के मामले में भी भेदभाव होता है. किसे कहां बैठने की इजाजत है किसे नहीं? किसे क्या खाने की इजाजत है? किसका बाथरूम कहां होगा. ये लोग हर बात डिसाइड करते हैं.
केवल सीनियर्स को मिलता है सम्मान
आजा नचले फेम एक्ट्रेस ने आगे बताया कि जब महिलाओं की बात आती है, तो फिल्म सेट पर केवल सीनियर्स को सम्मान मिलता है जबकि बाकी लोगों के साथ ‘फर्नीचर’ जैसा व्यवहार किया जाता है. आप जानते हैं, अगर यह कोई बहुत सीनियर एक्टर नहीं है, तो उनके साथ कैसा व्यवहार किया जाता है. कभी-कभी तो उन्हें धक्का तक दे दिया जाता है. यह बहुत छोटी-छोटी चीजें हैं जो आप हर समय हर जगह देख रहे हैं. उस माहौल में काम करना बहुत मुश्किल है.