कोयंबटूर में DMK के गणपति राजकुमार ने किया चमत्कार, BJP के अन्नामलाई को 1.18 लाख वोट से दी मात, नए सांसद के बारे में जानें सब कुछ
लोकसभा चुनाव 2024 में तमिलनाडु की कोयंबटूर लोकसभा सीट से बीजेपी नेता अन्नामलाई को डीएमके नेता गणपति पी. राजकुमार ने करीब 1 लाख 18 हजार वोटों से पराजित कर दिया. गणपति पी. राजकुमार को 5,68,200 कुल वोट मिले थे जबकि अन्नामलाई को 4,50,132 वोट मिले. बीजेपी और डीएमके की इस लड़ाई में एआईएडीएमके यहां तीसरे नंबर की पार्टी बन कर रह गई. एआईएडीएमके प्रत्याशी रामचंद्रन सिंगई को 2,36,490 वोट हासिल हुए थे. खास बात ये कि कोयंबटूर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अन्नामलाई की जीत की काफी उम्मीद थी. अन्नामलाई तमिलनाडु में बीजेपी के स्टार लीडर के तौर पर जाने जाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी भी अन्नामलाई की लोकप्रियता से प्रभावित रहे हैं.
के. अन्नामलाई प्रदेश में बीजेपी के अध्यक्ष हैं. बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व उन पर भरोसा करता है. अन्नामलाई पेशे से पूर्व आईपीएस हैं. वो अपने हिसाब से राजनीति करने के लिए जाने जाते हैं. उनकी फैन फोलोइंग अच्छी खासी रही है. लेकिन 2024 की चुनावी रेस में अन्नामलाई को हराने वाले गणपति पी.राजकुमार भी तमिलनाडु में एक दिग्गज सियासी हस्ती हैं. उनका जन्म 17 अप्रैल 1965 में हुआ था. कोयंबटूर में उनकी जमीनी पकड़ मानी जाती है. करीब तीन दशक से यहां राजनीति में हैं.
1989 से की राजनीति की शुरुआत
गणपति पी. राजकुमार एक शिक्षित राजनेता के तौर पर भी जाने जाते हैं. उनके पास एमए, पीएचडी तक की डिग्री है. सन् 1989 में उन्होंने एआईएडीएमके में ज्वाइन करने के साथ ही अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. साल 2001 में कोयंबटूर सिटी कॉर्पोरेशन के चुनाव में वो पार्षद चुने गए थे. इसके बाद 2014 में वो मेयर बने. इस चुनाव में जब उन्हें 4 लाख से ज्यादा वोट मिले तो उन्हें एक करिश्माई नेता मान लिया गया.
2020 में डीएमके में किया योगदान
लेकिन एक समय के बाद जब गणपति राजकुमार को ऐसा लगा कि डीएमके में उन्हें हाशिये पर रखा जा रहा है तो 21 दिसंबर 2020 को उन्होंने डीएमके का दामन थाम लिया. जिसके बाद उन्होंने कोयंबटूर में अपनी जमीन को पहले के मुताबिक और भी मजबूत बनाना शुरू कर दिया. उनकी तैयारी और लोकप्रियता को देखते हुए डीएमके ने बीजेपी के अन्नामलाई के सामने 2024 की लड़ाई में उन्हें सबसे उपयुक्त उम्मीदवार माना था. डीएमके की रणनीति रंग लाई और गणपति पी. राजकुमार ने अन्नामलाई पर विजय पाई.