कोर्ट ने थाईलैंड के PM श्रेथा थाविसिन को किया बर्खास्त, अपराधी को मंत्री बनाने का आरोप
थाईलैंड के संवैधानिक न्यायालय ने प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन को बर्खास्त कर दिया है. पूर्व अपराधी को कैबिनेट मंत्री नियुक्त करके, नियमों का उल्लंघन करने के लिए उन्हें इस पद से हटाया गया है. प्रधानमंत्री बनने के एक साल से भी कम समय के बाद उनके खिलाफ ये फैसला लिया गया है. न्यायालय ने पाया कि श्रेथा ने पिचित चुएनबन को मंत्री नियुक्त किया था, जिसे 2008 में सुप्रीम कोर्ट के अधिकारियों को रिश्वत देने की कोशिश करने के लिए छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी.
न्यायाधीशों ने 5-4 से फैसला सुनाया कि इसने संविधान में निर्धारित कैबिनेट मंत्रियों के लिए तय नियमों का उल्लंघन किया गया है. वहीं कोर्ट के फैसले के बाद, अपने बचाव में श्रेथा ने कहा कि एक व्यवसायी के रूप में वे सभी नियमों को जानती नहीं थे. लेकिन न्यायालय ने कहा कि यह कोई बहाना नहीं है क्योंकि पिचित का मामला जाना-समझा हुआ है.
जानते हुए भी लिया फैसला
न्यायाधीशों ने कहा कि श्रेथा ने पिचित की योग्यता पर विचार करने के लिए अगस्त 2023 में एक तत्काल बैठक की थी, जिससे पता चलता है कि उन्हें पता था कि कोई समस्या हो सकती है. यानी उनको इस बात का आभास था, कि इस नियुक्ति से परेशानी आ सकती है.
बर्खास्त होने के बाद क्या बोले श्रेष्ठा
थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेष्ठा थाविसिन ने अदालत के फैसले के बाद कहा है कि उन्होंने अपने कर्तव्यों को अच्छे से निभाया है और अब वे कोर्ट के आदेशों का पालन करेंगे. हालांकि, उन्हें इस बात की चिंता है कि अगली सरकार उनकी नीतियों को जारी रखेगी या नहीं. इस सियासी संकट के बाद थाईलैंड में राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ गई है. एक नई सरकार का गठन किया जाएगा, जिसमें सत्तारूढ़ फ्यू थाई के नेतृत्व वाला गठबंधन प्रधानमंत्री के लिए एक नए उम्मीदवार को नामित करेगा, जिस पर 500 सीटों वाली संसद द्वारा मतदान किया जाएगा.