कोलकाता रेप केस: RG Kar के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी पर CBI ने कसा शिकंजा, TMC नेता आशीष पांडे गिरफ्तार
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेड एंड हॉस्टिपल में भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस मामले में संदीप घोष की गिरफ्तारी के बाद अब सीबीआई ने उनके करीबी आशीष पांडे को गिरफ्तार कर लिया है.एक दिन पहले आशीष पांडे सीबीआई दफ्तर में पेश हुए थे. खबर है कि वहां उनसे पूछताछ की गई. आरजी कर वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
आशीष पांडे के टीएमसी से लिंक है और वो संदीप घोष का करीबी है. पांडे से पहले भी सीबीआई ने पूछताछ की थी. आशीष पांडे टीएमसी यूथ विंग का लीडर हैं. आशीष पांडे टीएमएसपी आरजीकर अस्पताल के टीएमसी युवा इकाई के अध्यक्ष हैं और आरजी कर के रेजिडेंट डॉक्टरों में से एक हैं.
9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल के आपातकालीन विभाग के चार मंजिल सेमिनार हॉल से एक डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. उस पर रेप और हत्या का आरोप लगाया गया है. उस रात, पुलिस ने एक सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय को बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया.
सीबीआई कर रही है भ्रष्टाचार के मामले की जांच
कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में ली. उन्होंने गिरफ्तार सिविक वालंटियर को भी हिरासत में ले लिया. कोर्ट की अनुमति से आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया गया.
बाद में सीबीआई ने इस मामले में सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया. संदीप घोष को पहले मेडिकल कॉलेज वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई ने हिरासत में लिया था.
संदीप घोष के करीबी पर सीबीआई ने कसा शिकंजा
कोलकाता रेप केस मामले में शुरू से ही पूर्व प्रिंसिपल पर साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगे हैं. बाद में उनके खिलाफ आरजी कर में भ्रष्टाचार के मामले में जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया था, लेकिन यह मामला भी कोर्ट पहुंचा और हाईकोर्ट ने इस मामले की भी सीबीआई जांच का आदेश दिया था.
सीबीआई ने इस मामले की जांच करते हुए संदीप घोष के कई करीबियों से पूछताछ की और अब इस मामले में उनके करीबी माने जाने वाले आशीष पांडे को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि आशीष पांडे के बयान में काफी असंगतियां पाई गई हैं.