कोलकाता रेप-मर्डर केस: कौन है लाल टी शर्ट पहना शख्स? लेडी डॉक्टर के शव के पास भीड़ पर उठे सवाल
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप कर मर्डर मामले पर रहस्य खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सीबीआई जांच के बावजूद पुलिस की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. घटना के दिन सेमिनार रूम में शव के पास भीड़ लगी थी. यह सवाल किये जा रहे हैं कि यह कैसे संभव है? पुलिस क्या कर रही थी? इसे लेकर जोरदार बहस भी छिड़ गई है.
इसी बीच लाल शर्ट पहने एक शख्स की हरकत से रहस्य बढ़ता जा रहा है. लाल टी-शर्ट पहने एक व्यक्ति मृत डॉक्टर की गर्दन पर चढ़कर कुछ ढूंढने की कोशिश करता नजर आ रहा है. यह व्यक्ति कौन है? वह आरजी कर अस्पताल में क्या है? जूनियर डॉक्टर सवाल उठा रहे हैं. ये तस्वीर जूनियर डॉक्टरों की है. वहीं पर यह लाल वस्त्रधारी व्यक्ति नजर आ रहा है.
इससे पहले मृतक के माता-पिता ने भी लाल शर्ट पहने एक रहस्यमय व्यक्ति को लेकर सवाल उठाया था. उन्होंने इस व्यक्ति की गतिविधियों पर भी संदेह जताया. पीड़िता मां ने कहा, ”लाल टी-शर्ट पहने एक शख्स वहां आया और कुछ ढूंढ रहा था. संदेह से देखा. मेरे बगल में एक छात्र था और मैं उस व्यक्ति की पहचान जानना चाहती थी. उन्होंने ग्रुप-डी वाली बात कही. मैंने कहा उसे पकड़ो. लेकिन वह संदिग्ध दृष्टि से देख रहा है. उसने मेरी बात सुनी और दौड़ पड़ा. उन्होंने तस्वीरें भी लीं.”
कौन है लाल टी शर्ट पहला शख्स?
इस बीच तस्वीर में दिख रहा है कि लाल शर्ट पहना शख्स शव के काफी करीब पहुंच गया है. जूनियर डॉक्टरों के मुताबिक, घटना वाले दिन यह शख्स सेमिनार रूम से बाहर भाग गया था. पुलिस ने उसे नहीं रोका. अस्पताल से कोई उसे लेकर नहीं आया. यह भी कहा जाता है कि वह सभी उच्च पदस्थ अधिकारियों के इर्द-गिर्द मंडराता रहता है. लेकिन वह अपराध स्थल पर क्या तलाश रहा था? लेकिन क्या छुपाने की कोशिश की जा रही थी? क्या उद्देश्य सफल हुआ? सवाल घूम रहा है. उत्तर अभी भी नहीं है.
क्राइम सीन से छेड़छाड़ का आरोप
कोलकाता रेप केस की सीबीआई जांच कर रही है. सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि कोलकाता रेप केस मामले में क्राइम सीन के साथ छेड़छाड़ हुई है. उन्होंने पीड़िता के शव के पास की तस्वीर भी पेश की है. इस तस्वीर में पीड़िता के शव के पास काफी लोगों की भीड़ दिख रही है, हालांकि कोलकाता पुलिस का कहना है कि यह तस्वीर नौ अगस्त की है. इसी दिन पीड़िता की लाश सेमिनार हॉल में मिली थी. कोलकाता पुलिस का कहना है कि यहां पर वही लोग थे, जिन्हें वहां जाने की इजाजत दी गयी थी.
कोलकाता पुलिस पर उठे सवाल
इससे पहले भी एक वीडियो को लेकर बंगाल सरकार और कोलकाता पुलिस के रवैये पर सवाल उठे थे. 43 सेकंड का वीडियो को 9 अगस्त की सुबह है. यहां पर काफी लोग जुटे हैं और एक-दूसरे से न केवल बात कर रहे हैं, बल्कि मोबाइल से तस्वीर भी ले रहे हैं. सीबीआई पहले ही इसे लेकर आपत्ति जता चुकी है. 20 दिनों के बाद भी इस मामले पर रहस्य का पर्दा पड़ा हुआ है. कोलकाता पुलिस ने इस मामले में सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया है. उसके बाद सीबीआई पिछले दो सप्ताह से लगातार पूछताछ कर रही है. पोलीग्राफ टेस्ट भी हुए हैं, लेकिन अभी तक किसी अन्य शख्स की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
डॉक्टरों की सुरक्षा पर उठाये सवाल
पूर्व एमबीबीएस, एमडी त्वचा विज्ञान, सफदरजंग अस्पताल और वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली डॉ. प्रियंका सिंह (आईआरएस) का कहना है कि नौकरशाही में आने से पहले मैं शिक्षा के क्षेत्र में स्वर्ण पदक विजेता विशेषज्ञ चिकित्सक थी. आर जी कर मेडिकल कॉलेज में जिस परिस्थिति में यह घटना घटी, वह बहुत ही प्रासंगिक लगती है. पीछे मुड़कर देखने पर, मैं बस इतना कह सकती हूं कि हम भाग्यशाली थे कि कोई गंभीर घटना नहीं घटी.
उन्होंने कहा किअपने अनुभव से मैंने पाया कि सुरक्षा में एक बड़ी खामी यह है कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी पूछताछ के अस्पताल के हर हिस्से में हर समय घूम सकता है. सीसीटीवी नहीं लगाए गए हैं या ठीक से काम नहीं कर रहे हैं. अब समय आ गया है कि हम सभी डॉक्टरों के साथ सम्मान और गरिमा के साथ पेश आना शुरू करें. उनकी सुरक्षा उनका पूर्ण अधिकार है, और इस पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। कानून को उनकी सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए. मैं इस कठिन समय में डॉक्टरों के साथ खड़ी हूं.