कोलकाता रेप-मर्डर केस: सुप्रीम कोर्ट में कल की सुनवाई टली, जानें क्या है वजह

सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और मर्डर मामले की सुनवाई टल गई है. गुरुवार को चीफ जस्टिस की बेंच नहीं बैठ रही है. सुप्रीम कोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार ने नोटिस देकर यह जानकारी दी है. बता दें कि पीठ उन मामलों की सुनवाई करती है, जिनकी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट पहले ही आंशिक रूप से कर चुका है, ज्यादातर मामलों में निरंतरता बनाए रखता है.
यानी अगर इसमें कोई जज मौजूद नहीं है तो संबंधित दिन पर सुनवाई नहीं हो पाती है. सूत्रों के मुताबिक, देश की शीर्ष अदालत की ओर से जल्द ही नई जानकारी सामने आ सकती है. क्या मामला दूसरी बेंच के पास जाएगा? अभी इसे लेकर साफ नहीं है.
बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय या किसी भी न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को ‘मास्टर ऑफ रोस्टर’ कहा जाता है. वह यह तय करता है कि किस मामले की सुनवाई किस बेंच में होगी. इस मामले पर मुख्य न्यायाधीश की पीठ पहले ही संज्ञान ले चुकी है. ऐसे में यह मामला दूसरी बेंच को भेजा जाएगा या नहीं, इस पर संशय है. अब तक आए नोटिस में आरजी कर मामला चीफ जस्टिस की बेंच में छठे नंबर पर है.
देश की सर्वोच्च अदालत की ओर से बुधवार शाम को जारी अधिसूचना के बाद से कोलकाता रेप केस मामले की सुनवाई को लेकर अनिश्चितता पैदा हो गई है.
कोलकाता रेप मामले की गुरुवार को सुनवाई नहीं
सुप्रीम कोर्ट के नोटिफिकेशन के मुताबिक, चीफ जस्टिस 5 सितंबर को कोर्ट में नहीं बैठेंगे. नतीजतन, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा वाली उनकी बेंच गुरुवार को नहीं बैठ रही है. हालांकि, ये दोनों जज अलग-अलग बैठेंगे और कोर्ट नंबर 10 के कुछ मामलों की सुनवाई करेंगे.
वकील विकास रंजन भट्टाचार्य आरजी कर मामले में वादी के लिए लड़ रहे हैं. गुरुवार को सुनवाई होने के कारण वह बुधवार शाम को दिल्ली के लिए रवाना हो गये. विकास भट्टाचार्य ने एयरपोर्ट पर कहा कि हमें इसकी जानकारी पहले दी जानी चाहिए थी कि बेंच पर नहीं बैठेगा. इससे हमारा समय और पैसा बर्बाद हुआ.
रेप-मर्डर मामले की सुप्रीम कोर्ट कर रहा है सुनवाई
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सोमवार को नवान्न अभियान में गिरफ्तार छात्र नेता सायन लाहिड़ी के मामले की सुनवाई की. वह सुनवाई भी चीफ जस्टिस की बेंच में होनी थी. लेकिन उस दिन चीफ जस्टिस की बेंच नहीं बैठी थी. तो मामले की सुनवाई जस्टिस मनोज मिश्रा और जेबी पारदीवाला की पीठ ने की थी.
9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल से एक महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. रेप और हत्या के आरोपियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर पूरे देश में आंदोलन चल रहे हैं. कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टर अभी भी हड़ताल पर हैं.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *