कौन हैं बीजेपी विधायक मुनिरत्ना? कर्नाटक पुलिस ने किया अरेस्ट, कॉन्ट्रैक्टर को दी थी जान से मारने की धमकी
कर्नाटक के बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री मुनिरत्ना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उन पर एक कॉन्ट्रैक्टर को जान से मारने की धमकी देने और दलित पर अपशब्द कहने का आरोप है. बीजेपी विधायक के खिलाफ व्यालिकावल पुलिस स्टेशन में दो FIR दर्ज की गई हैं. पहला मामला जान से मारने की धमकी का है जबकि दूसरा मामला जातिगत दुर्व्यवहार से जुड़ा हुआ है.
कॉन्ट्रैक्टर ने मुनिरत्ना पर उत्पीड़न और धमकी देने का आरोप लगाया है. पहली FIR में मुनिरत्ना सहित चार नाम हैं. एफआईआर में धारा 37, 506, 505, 385, 420 और 323 के तहत आरोप शामिल हैं. बेंगलुरु पुलिस ने शनिवार को कोलार पुलिस की मदद से बीजेपी विधायक को हिरासत में ले लिया, जब वह आंध्र प्रदेश की यात्रा कर रहे थे. कोलार के एसपी बी निखिल ने इस बात की जानकारी दी.
Karnataka | BJP MLA Munirathna was taken into custody by Bengaluru police on Saturday with the help of Kolar police in Mulbagal Taluk of Kolar when he travelling to Andhra Pradesh: B Nikhil, Kolar SP
Two FIRs were registered at the Vyalikaval police station against BJP MLA and
— ANI (@ANI) September 15, 2024
BJP ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
कॉन्ट्रैक्टर चेल्वाराजू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक ऑडियो क्लिप जारी किया था. इसमें दावा किया गया था कि मुनिरत्ना ने उन्हें रिश्वत के लिए परेशान किया था. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कर्नाटक बीजेपी इकाई ने मुनिरत्ना को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि वो पांच दिन के अंदर इन आरोपों पर अपना रुख स्पष्ट करें. मुनिरत्ना बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर से बीजेपी के विधायक हैं.
मुनिरत्ना के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन
वहीं, इस बीच, दलित संघर्ष समिति (DSS) ने कॉन्ट्रैक्टर चेल्वाराजू के खिलाफ जातिवादी अपशब्दों के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है. बेंगलुरु में मुनिरत्ना के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है. पुलिस ने मुनिरत्ना के घर के बाहर और आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है. उधर, इस पूरे मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है.
BJP मुनिरत्ना को करे निष्कासित- कांग्रेस
कांग्रेस के पूर्व सांसद डीके सुरेश ने बीजेपी से आग्रह किया है कि मुनिरत्ना को पार्टी से निष्कासित किया जाए क्योंकि उन्होंने दलितों का अपमान किया है. दलितों के खिलाफ उन्होंने निम्न-स्तरीय भाषा का इस्तेमाल किया है.