कौन हैं सुंदरगढ़ से जीत दर्ज करने वाले BJP के जुआल ओराम, जानें
ओडिशा में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने नवीन पटनायक की बीजेडी को करारी शिकस्त देकर इतिहास रच दिया है. राज्य की 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर बीजेपी ने जीत का परचम लहराया. इस ऐतिसाहिक सीत के साथ ही पार्टी ने बीजेडी के किले को ध्वस्त कर दिया. सुंदरगढ़ सीट पर बीजेपी उम्मीदवार जुआल ओराम ने जीत हासिल की है.
जुआल ओराम ने सुंदरगढ़ लोकसभा से बीजेडी के उम्मीदवार दिलीप टिर्की को मात दी है. इस चुनाव में बीजेपी के ओराम को 4 लाख 94 हजार 282 वोट मिले, वहीं दिलीप टिर्की ने 3 लाख 55 हजार 474 वोट हासिल किए. ओराम ने बीजेडी के दिलीप टिर्की को 1 लाख 38 हजार 808 वोटों के अंतर से मात दी. 2 लाख 61 हजार 986 वोटों के साथ कांग्रेस उम्मीदवार जनार्दन देहुरे तीसरे स्थान पर रहे.
आदिवासी परिवार में हुआ जन्म
ओडिशा के सुंदरगढ़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले जुआल ओराम का जन्म 22 मार्च 1961 को उड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले के केंदुडीही गांव में एक आदिवासी परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम दिल्गा और मां का नाम भुटुकी ओराम था. जुआल ओराम की शादी 8 मार्च 1987 को झिंगिया ओराम से हुई थी. उनकी दो बेटियां भी हैं.
BHEL में किया काम
शिक्षा की बात करें तो जुआल ओराम ने उत्कलमणि गोपबंधु इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया. राजनीतिक सफर शुरू करने से पहले वह भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) में बतौर सहायक फोरमैन के रूप में काम करते थे.
बीजेपी का बड़ा चेहरा
जुआल ओराम ओडिशा में बीजेपी का बड़ा चेहरा है. क्षेत्र में उनकी अच्छी खासी पकड़ है. जनता के बीच वो काफी लोकप्रिय हैं. वो 17वीं लोकसभा के सदस्य रहे और एक बार फिर से उन्हें 18वीं लोकसभा के लिए चुना गया. इससे पहले जुआल 12वीं, 13वीं, 14वीं लोकसभा और 16वीं लोकसभा के सदस्य भी रहे. वो कैबिनेट मंत्री भी रहे. ओडिशा में वो बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार हैं.
1991 में लड़ा पहला लोकसभा चुनाव
बीजेपी ने साल 1991 के लोकसभा चुनाव में जुआल ओराम को पहली बार चुनावी मैदान में उतारा था, हालांकि इस चुनाव में उन्हें कांग्रेस के फ्रीदा टोप्नो ने हरा दिया था. 1998 में हुए चुनाव में पार्टी ने एक बार फिर जुआल ओराम पर दांव लगाया और इस बार ये दांव सही साबित हुआ. ओराम ने चुनाव में जीत दर्ज की. इसके बाद से सुंदरगढ़ लोकसभा सीट पर उनका दबदबा कायम हो गया. 2009 को छोड़कर उन्होंने सभी लोकसभा चुनावों में इस सीट पर जीत दर्ज की है. ओराम ने 1998, 1999, 2004, 1014 और 2019 में जीत दर्ज की.
जुआल ओराम के पास है इतनी संपत्ति
बात जुआल ओराम की संपत्ति की करें तो चुनाव आयोग में दाखिल हलफनामे में उनके पास 8 करोड़ 60 की संपत्ति है. वहीं उन पर 1 करोड़ की देनदारी भी है. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने एक बार फिर से जीत दर्ज कर क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाए रखी. जनता ने उन्हें एक बार फिर से बतौर सांसद चुन लिया.