कौन है वो बॉलर, जिसने 7 गेंदों के अंदर अभिमन्यु ईश्वरन और ध्रुव जुरेल का दिल तोड़ दिया?
इधर भारत-बांग्लादेश के बीच कानपुर में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच खत्म हुआ, उधर घरेलू क्रिकेट सीजन का दूसरा अहम मुकाबला शुरू हो गया. लखनऊ में रणजी ट्रॉफी चैंपियन मुंबई और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच ईरानी कप का मुकाबला शुरू हुआ. इस मुकाबले के शुरुआती 2 दिन मुंबई के नाम रहे थे लेकिन तीसरे दिन रेस्ट ऑफ इंडिया ने जोरदार वापसी की थी और इसकी वजह बने अभिमन्यु ईश्वरन और ध्रुव जुरेल. चौथे दिन भी इन दोनों पर नजरें थीं और दोनों एक बड़ा कमाल करने की दहलीज पर थे लेकिन एक गेंदबाज ने बारी-बारी से दोनों का दिल तोड़ दिया. ये गेंदबाज थे मुंबई के स्पिनर शम्स मुलानी, जिन्होंने पहले जुरेल को शतक से रोका और फिर ईश्वरन को भी दोहरे शतक तक से पहले आउट कर दिया.
नया रणजी ट्रॉफी सीजन शुरू होने से पहले लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेले जा रहे इस मुकाबले की पहली पारी में मुंबई ने सरफराज खान के बेहतरीन दोहरे शतक के दम पर 537 रन बनाए थे. इसके जवाब में रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए भी उसके उप-कप्तान और बंगाल के अनुभवी ओपनर ईश्वरन जम गए थे. मैच के तीसरे दिन ईश्वरन ने अपने फर्स्ट क्लास करियर का 26वां शतक जमाया. तीसरे दिन वो 151 रन बनाकर नाबाद लौटे थे और उनके साथ विकेटकीपर जुरेल 30 रन बनाकर नाबाद लौटे थे. चौथे दिन भी इन दोनों ने स्कोर को आगे बढ़ाया.
जुरेल शतक से चूके, ईश्वरन नहीं लगा सके डबल सेंचुरी
शुक्रवार 4 अक्टूबर को मैच के चौथे दिन जुरेल ने मार्चो संभाला और रनों की रफ्तार को बढ़ाया. उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया और टीम को 400 रनों के करीब पहुंचाया. वो 90 का आंकड़ा पार कर चुके थे, जबकि ईश्वरन भी 190 पर पहुंच गए थे. दोनों के पास अपने कीर्तिमान रचने का मौका था लेकिन तभी शम्स मुलानी की घूमती हुई गेंदों का कहर बरपा. बाएं हाथ के स्पिनर मुलानी ने पहले जुरेल को विकेटकीपर के हाथों कैच करवाया, जो स्वीप खेलने की कोशिश कर रहे थे. वो 121 गेंदों पर 93 रन की बेहतरीन पारी खेलने के बाद आउट हुए. फिर अपने अगले ही ओवर में मुलानी ने ईश्वरन को भी झटका दे दिया. ईश्वरन ने भी स्वीप लगाने की कोशिश की थी और वो शॉर्ट लेग के हाथों में कैच दे बैठे. ईश्वरन ने 292 गेंदों में 191 रन की यादगार पारी खेली लेकिन अपना दोहरा शतक नहीं लगा सके. इस तरह मुलानी ने 7 गेंदों के अंदर दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन लौटा दिया.
कौन हैं शम्स मुलानी?
इन दोनों के आउट होने के बाद रेस्ट ऑफ इंडिया की पूरी पारी सिर्फ 416 रन पर सिमट गई और इसकी वजह मुलानी ही बने, जिन्होंने कुल 3 विकेट हासिल किए. 27 साल के मुलानी पिछले कई साल से मुंबई की टीम का हिस्सा हैं और पिछले सीजन में टीम को रणजी चैंपियन बनाने में उनकी अहम भूमिका थी. मुलानी ने फाइनल में 4 विकेट तो हासिल किए ही थे, साथ ही दूसरी पारी में अर्धशतक भी जड़ा था. कुल मिलाकर पिछले रणजी सीजन में उन्होंने 9 मैच में 35 विकेट हासिल किए थे. कुल मिलाकर अभी तक 41 फर्स्ट क्लास मैच में मुलानी 190 विकेट हासिल कर चुके हैं.