क्या अब एलन मस्क नहीं करेंगे इंडिया में निवेश? स्टारलिंक की एंट्री पर सामने आया बड़ा अपडेट
जब से अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जीत मिली है. एलन मस्क की कंपनी के शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिल रही है. साथ में एलन मस्क के इंडिया में एंट्री करने की चर्चा भी तेज हो गई है. चुनाव से पहले ये खबर आई थी कि एलन मस्क जल्द भारत का दौरा कर निवेश का ऐलान कर सकते हैं. तब बात नहीं बनी और वह भारत की यात्रा कैंसिल कर चीन चले गए. अब एक बार फिर उनके आने भारत आने को लेकर सरकार के तरफ से जानकारी सामने आई है.
पीयूष गोयल ने कही ये बात
कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा है कि अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की टेस्ला और स्टारलिंक द्वारा भारत में निवेश के संबंध में फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है. राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि चूंकि दोनों मुद्दे अलग-अलग मंत्रालयों द्वारा देखे जा रहे हैं, इसलिए उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि क्या हो रहा है. टेस्ला और स्टारलिंक द्वारा संभावित निवेश के संबंध में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री ने कहा कि जहां तक मेरी जानकारी है, हमने कोई चर्चा नहीं की है.
ये है वजह
गोयल ने बताया कि ये दोनों विषय अलग-अलग मंत्रालयों द्वारा संभाले जाते हैं. भारी उद्योग मंत्रालय वाहन को देखता है और स्टारलिंक को अंतरिक्ष विभाग द्वारा संभाला जाएगा. इसलिए, मुझे व्यक्तिगत रूप से नहीं पता कि क्या हो रहा है. इससे पहले अप्रैल में, मस्क ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बैठक सहित भारत की अपनी बहुप्रचारित यात्रा से अंतिम समय में टेस्ला के बहुत भारी दायित्वों का हवाला देते हुए टाल दिया था.
क्या है मस्क का प्लान?
अनुमान लगाया जा रहा था कि वह टेस्ला द्वारा भारत में अपनी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने और अरबों डॉलर के निवेश की योजना की घोषणा करेंगे, और भारत में जल्द से जल्द टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों (ईवी) की बिक्री के भविष्य के बारे में भी बताएंगे. सिर्फ इलेक्ट्रिक कारें ही नहीं, बल्कि वह अपने उपग्रह (सैटेलाइट) इंटरनेट कारोबार इकाई स्टारलिंक के लिए भी भारतीय बाजार पर नजर रख रहे थे.
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसी महीने कहा था कि स्टारलिंक को भारत में सेवाओं के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए सभी मानदंडों का पालन करना होगा. मंत्री ने कहा था कि उपग्रह इंटरनेट सेवा प्रदाता सभी आवश्यकताओं को पूरा करने की प्रक्रिया में है और प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें लाइसेंस मिल जाएगा.