क्या आने वाले दिनों में डेंगू बनेगा बड़ा खतरा, एक्सपर्ट्स ने क्यों दी चेतावनी?
अगस्त खत्म होते होते डेंगू के मामले रिपोर्ट होने शुरू हो जाते हैं. मॉनसून की वजह से जगह जगह जलभराव डेंगू के बढ़ते मामलों का मूल कारण है और इस बार ज्यादा मॉनसून भी डेंगू का खतरा बढ़ा सकता है. कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि मॉनसून अभी सितंबर महीने में भी जारी रहेगा. ऐसे में जगह-जगह जलभराव से डेंगू के लार्वा पनपने और डेंगू फैलने का डर प्रशासन को सता रहा है. यही कारण है कि स्वास्थ्य मंत्रालय अगस्त की शुरूआत से ही स्थिति पर नजर बनाए हुए है साथ ही मंत्रालय ने सभी हॉट स्पाट्स की कड़ी निगरानी के लिए कहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने डेंगू के खतरे को देखते हुए सभी राज्यों को अलर्ट किया है कि डेंगू से निपटने में कोई भी लापरवाही न बरती जाए साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में एक्सट्रा बेड्स की सुविधा रखी जाए.
बढ़ सकते हैं डेंगू के मामले
हालांकि पिछले कई सालों के मुकाबले 2023 में देशभर में डेंगू के मामले काफी कम रिपोर्ट किये गए थे इसकी बड़ी वजह रही थी प्रशासन की चौकसी. जिसमे सभी हॉट स्पाट्स पर लार्वा नष्ट करने के लिए ड्रोन की मदद से दवाई का छिड़काव किया गया था. लेकिन इस बार जुलाई महीने की शुरूआत से ही कर्नाटक, बेंगलुरू समेत देश के कई राज्यों में डेंगू के मामले रिपोर्ट किये गए और सितंबर में इन आकंड़ों के बढ़ने की उम्मीद है.
एक्सपर्ट्स ने खतरे से चेताया
हेल्थ एक्सपर्ट डॉ समीर भाटी कहते हैं कि हर साल सितंबर के महीने के बाद डेंगू के मामले तेजी से बढ़ते है. इस समय बारिश के बाद घरों के आस पास पानी का जमाव होने लगता है. जहां डेंगू के लार्वा पनपने लगते हैं. ये लार्वा साफ पानी जैसे कि कूलर, गमले और पानी की टंकी में पनप सकते है. जो डेंगू का कारण बनते हैं. इसलिए इस समय अपने आस-पास खास ध्यान देने की जरूरत है. कही भी आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें और कूलर में दो बूंद मिट्टी की तेल की डाल दें जिससे लार्वा न पनपे.
इन राज्यों में ज्यादा खतरा
हर साल ज्यादातर मामले दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, यूपी, पश्चिम बंगाल आदि से रिपोर्ट किए जाते हैं ऐसे में इन सभी राज्यों के अधिकारियों ने नगर निगम को खास निगरानी रखने का आदेश जारी किया है. दिल्ली सरकार यमुना के आस-पास के इलाकों का विशेष ध्यान रखती है और हो सकता है पिछले साल की ही तरह इस साल भी ड्रोन की मदद से यमुना के आस-पास के इलाकों में दवाई छिड़की जाए.
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू का बुखार एडीज मच्छर के काटने से होता है. ये मच्छर ज्यादातर साफ पानी में पनपता है. इसलिए अपने आस-पास पेड़ पौधों, गमलों, पानी की टंकी, कूलर आदि में पानी इकट्ठा न होने दें और समय समय पर पानी को बदलते रहें. साथ ही डेंगू के किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर अपना ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं. घर पर रहकर किसी भी तरह के बुखार का इलाज न करें अन्यथा ये जानलेवा हो सकता है.
डेंगू के लक्षण
– तेज बुखार
– बार-बार उल्टी आना
– आंखों के पीछे तेज दर्द महसूस होना
– मांसपेशियोंस हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना
– कमजोरी महसूस करना
स्कूलों को जारी की एडवायजरी
देश में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी स्कूलों के लिए एक एडवायजरी भी जारी की है, जिसमें स्कूल द्वारा सभी एतिहात बरतने के निर्देष दिए गए हैं. साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति पर काबू पाने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियो को डेंगू को लेकर प्रशिक्षण देने को कहा है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके. ऐसे में लोगों को भी जागरूक रहने को कहा गया है ताकि इसके बढ़ते मामलों पर रोक लगाई जा सके
डेंगू से बचाव के उपाय
– डेंगू से बचाव के लिए अपने आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें.
– गमले, कूलर, टंकी आदि का पानी समय-समय पर बदलते रहें.
– पानी बदलने की स्थिति में न हो तो उसमें दवाई या दो बूंद मिट्टी की तेल की डाल दें.
– बच्चों को शाम के समय बाहर खेलने न भेजें.
– बच्चों को पूरी बांह और फूल पैंट ही पहनाकर रखें.
– किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर अपना ब्लड टेस्ट जरूर करवाएं.
– बुखार की स्थिति में डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
ध्यान रखें डेंगू तभी जानलेवा हो सकता है जब इसमें एतिहात न बरती जाएं, अगर समय रहते अस्पताल में भर्ती हो जाएं तो पैशेंट की जान बचाई जा सकती है.