क्या आपको भी ऊंचा तकिया लगाकर सोने की है आदत, जान लें कितने हैं नुकसान
बिस्तर पर जाते ही सबसे पहले लोगों को अपना तकिया याद आता है. तकिया न हो तो सोते वक्त कुछ अधूरा सा लगता है. नींद अच्छी तरह से लेने के लिए लोग अपना फेवरेट तकिया तक रखते हैं और इसे किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहते हैं. सिर के नीचे तकिया लगाने से आपकी गर्दन, कंधों और पीठ को सोते वक्त सहारा मिलता है, जिससे आप आराम से सो पाते हैं, लेकिन यही तकिया अगर सही से न लगाया जाए या फिर ज्यादा ऊंचा हो तो सेहत को नुकसान हो सकता है.
बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो ऊंचा तकिया लगाकर सोना पसंद करते हैं और कहते हैं कि उन्हें नीचा तकिया लगाने से नींद नहीं आती है. अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो ऊंचा तकिया लगाते हैं तो जान लें कि इससे आपको कितनी परेशानी हो सकती है.
सर्वाइकल का दर्द
ऊंचा तकिया लगाने की वजह से आपके शरीर का पोस्चर प्रभावित हो सकता है और अगर आप लंबे समय तक ऐसा करते हैं तो इससे आपको सर्वाइकल के दर्द की समस्या हो सकती है. ये दर्द गर्दन से शुरू होकर कंधों और हाथ को उंगलियों तक आ जाता है, जिसकी वजह से काफी ज्यादा परेशानी होने लगती है.
पीठ में दर्द की समस्या
ऊंचा तकिया लगाने से रीढ़ की हड्डी को सही से सहारा नहीं मिल पाता है और इस वजह से पीठ में दर्द, कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियों में अकड़न जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
सांस लेने में दिक्कत आना
जब आप ऊंची तकिया लगाते हैं तो इससे आपका सिर काफी ऊपर की तरफ रहता है और इस दौरान आपको सांस लेने में दिक्कत आ सकती है और खर्राटे की समस्या भी होने लगती है. इस वजह से सुबह उठने के बाद आपको सिरदर्द की शिकायत और मूड चिड़चिड़ा हो सकता है.
चेहरे की त्वचा को भी होता है नुकसान
ऊंचा तकिया लगाने की वजह से आपके चेहरे पर समय से पहले झुर्रियां हो सकती हैं और चेहरा डल दिखाई दे सकता है. दरअसल जब आप ऊंचा तकिया लगाते हैं तो चेहरे की मांसपेशियों पर भी दबाव बढ़ता है और सिर की तरह ब्लड सर्कुलेशन भी कम होता है, जिससे आंखों के आसपास और माथे पर समय से पहले महीन रेखाएं और झुर्रियां होने लगती हैं, इसलिए सोने के लिए एक ऐसा तकिया चुनना चाहिए जो आरामदायक हो और आपके सिर के साथ ही गर्दन और कंधों को सहारा दे.