क्या आयुर्वेद में है एंडोमेट्रिओसिस बीमारी का इलाज, एक्ट्रेस शमिता शेट्टी हुई थीं इस बीमारी से ग्रस्त
मोहब्बते फिल्म से बॉलीवुड में पहचान बनाने वाली मशहूर अभिनेत्री शमिता शेट्टी एक वीडियो को लेकर काफी चर्चा मे हैं, दरअसल अपने इंस्टाग्राम से शमिता ने खुद को एक गंभीर बीमारी से ग्रस्त बताया है. अपने सोशल मीडिया अकाउंट से उन्होंने बताया है कि वो एंडोमेट्रिओसिस बीमारी से जूझ रही है. लेकिन क्या है ये बीमारी और क्या आयुर्वेद में इस बीमारी का इलाज संभव है आइए जानते हैं क्या है इस पर एक्सपर्ट की राय.
दरअसल बिग बॉस 15 की कंटेस्टेंट रह चुकी शमिता शेट्टी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हाल ही में एक वीडियो पोस्ट करके अपने फैंस को चौंका दिया. उन्होंने बताया कि वो एंडोमेट्रिओसिस नामक बीमारी से पीड़ित थी जिसके लिए उन्हें सर्जरी करवानी पड़ी है. इसलिए सोशल मीडिया पर आकर उन्होंने महिलाओं से अनुरोध किया है कि वो इस बीमारी के बारे में जाने और किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर उसका इलाज करवाएं क्योंकि बढ़ने पर ये बीमारी काफी कष्टदायक है.
एंडोमेट्रिओसिस क्या है
आशा आयुर्वेद की डायरेक्टर एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा बताती हैं कि एंडोमेट्रिओसिस महिलाओं के प्रजनन अंग, गर्भाशय से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है. दरअसल एंडोमेट्रियल टिश्यू की परत टूटने की वजह से महिलाओं को हर महीने पीरियड्स आते हैं लेकिन जब यही टिश्यू गर्भाशय के बाहर ओवरी या फॉलोपियन ट्यूब तक बढ़ जाते हैं तो एंडोमेट्रिओसिस की समस्या बनने लगती है. पीरियड्स के दौरान ब्लड के रूप में गर्भाशय के टिश्यू तो शरीर से बाहर आ जाते हैं लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों में फैलकर विकसित होने वाले टिश्यू शरीर में रहकर महिलाओं के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं.
आयुर्वेद में इलाज
डॉक्टर चंचल बताती हैं कि आयुर्वेद के अनुसार यह बीमारी शरीर में मौजूद तीन दोष वात, पित्त और कफ के असंतुलन के कारण होती है इसलिए आप उपचार के साथ कुछ सावधानियां बरत कर इस बीमारी के जोखिम को कम कर सकते हैं. आप अपने आहार में कुछ बदलाव करके, संतुलित मात्रा में पौष्टिक खाद्य पदार्थों को शामिल करके इस बीमारी से बचाव कर सकते हैं. इसके लिए आप तनाव से जितना हो सके उतना दूर रहें. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और मसालेदार, तली भुनी चीजें, नशीले पदार्थ, अत्यधिक कैफीन आदि के सेवन से बचें.
क्या एंडोमेट्रियोसिस का आयुर्वेदिक उपचार है संभव
डॉक्टर चंचल कहती हैं कि आयुर्वेद की खास बात है कि इसमें किसी भी बीमारी के प्रमुख कारण को समझते हुए फिर इलाज की प्रक्रिया शुरू की जाती है. एंडोमेट्रिओसिस में भी शरीर के अंदर पाए जाने वाले तीन दोषों का संतुलन बिगड़ जाता है इसलिए उसे नियंत्रित करने के लिए आयुर्वेदिक दवाइयां, मालिश, पंचकर्म थेरेपी, डाइट, एक्सरसाइज आदि की सहायता ली जाती है और इस प्रकार जब स्थिति नियंत्रित हो जाती है तो महिला माँ भी बन सकती है. इसलिए किसी भी महिला को अपने शरीर के किसी भी प्रकार के दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि तुरंत डॉक्टर से इसकी जांच करानी चाहिए ताकि बीमारी को बढ़ने से रोका जा सके और उचित समय रहते उसका इलाज किया जा सके.