क्या ईरान ने हिजबुल्लाह को मरने के लिए अकेला छोड़ दिया?
इजराइल लेबनान में पिछले एक हफ्ते से तबाही मचा रहा है. हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाने के साथ-साथ इजराइल ने कई नागरिक इमारतों पर भी हमले किए हैं. पिछले हफ्ते से जारी इजराइली स्ट्राइक ने लेबनान में करीब 500 लोगों की जान ले ली है. अमेरिका के न्यूज पोर्टल एक्सियोस को दो इजराइली अधिकारियों और एक पश्चिमी राजनयिक ने बताया कि इजराइली और अमेरिकी खुफिया जानकारी से संकेत मिले हैं कि हिजबुल्लाह ने हाल के दिनों में ईरान से इजराइल पर सीधा हमले करने का आग्रह किया है.
खबर के मुताबिक ईरान ने सीधे जंग में कूदने से मना कर दिया और कहा कि इजराइल के साथ लड़ाई का ये सही समय नहीं है. ईरान के राष्ट्रपति पेजेश्कियान इस समय UNGA के सम्मेलन में हिस्सा लेने अमेरिका गए हुए हैं और यहां वे ईरान से आर्थिक प्रतिबंध हटवाने के लिए विश्व ताकतों के साथ समझौता करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी वजह से ईरान इजराइल पर हमला कर अमेरिका को नाराज नहीं करना चाहता है और उसने अपनी प्रॉक्सी को इस मुश्किल घड़ी में अकेला छोड़ दिया है.
इस्माइल हानिया की मौत का नहीं लिया बदला
ईरान ने हनीया की हत्या का बदला लेने की कसम खाई थी. उस समय अमेरिका और इजराइल ने कहा था कि उन्हें चिंता है कि ईरान इजराइल के खिलाफ अप्रैल में किए गए हमले जैसा ही एक और मिसाइल और ड्रोन हमला करेगा. लेकिन दो महीने बाद भी ईरान ने जवाबी कार्रवाई नहीं की है, ईरान इस बात को अच्छे से भाप रहा है कि इजराइल पर कोई भी सीधा हमला क्षेत्र में अमेरिका का हस्तक्षेप और बढ़ा सकता है. आर्थिक संकट से गुजर रहे ईरान के लिए लंबे समय तक सीधे युद्ध झेल पाना मुश्किल है.
लेबनान में बिगड़ते जा रहे हालात
एक हफ्ते में लेबनान हिजबुल्लाह के बीच तनाव बढ़ गया है. पेजर अटैक के जवाब में हिजबुल्लाह ने इजराइल के ऊपर सैकड़ों रॉकेट दागे हैं, वहीं इजराइल ने भी दावा किया है कि उस 1600 से ज्यादा हिजबुल्लाह ठिकानों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए हैं. लेबनान में इजराइली बमबारी से करीब 500 लोग मारे जा चुके हैं.
बिगड़े हालातों पर दुनिया भर के नेताओं ने चिंता जताई है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को कहा, “गाजा की हालत एक बुरे ख्वाब जैसी है जो पूरे क्षेत्र के लिए चेतावनी है. लेबनान ‘कगार पर खड़ा है’. लेबनान और इजराइल के लोग समेत दुनिया लेबनान का दूसरा गाजा बनने का भार नहीं उठा पाएगी.”