क्या जेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित महिलाएं खा सकती है आम? एक्सपर्ट्स से जानें
गर्मियों के मौसम में लोगों को आम खाना पसंद होता है. आम का सेवन शरीर के लिए काफी फायदेमंद है. इसमें विटामिन बी 6, ए और सी होते है, जो सेहत के लिए जरूरी है. इसके अलावा ये कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने में और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है. डायबिटीज के मरीज भी आम का सेवन सीमित मात्रा में कर सकते है. लेकिन क्या डायबिटीज से पीड़ित गर्भवती महिलाएं भी आम का सेवन कर सकती है?
इस सवाल का जवाब जानने से पहले ये जान लेते है की जेस्टेशनल डायबिटीज होती क्या है? जेस्टेशनल डायबिटीज, डायबिटीज का ही एक प्रकार है. प्रेगनेंसी के दौरान जब ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है, तब महिला इस समस्या का शिकार हो जाती है. अब जानते है कि इस समस्या के दौरान क्या प्रेग्नेंट महिलाओं को आम खाने चाहिए या नहीं.
जो महिलाएं जेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित है, उन्हें आम का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए. ऐसी महिलाओं को आम खाने से पहले कई बातों का ध्यान रखना चाहिए.
किन बातों का रखें ध्यान
दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल के पूर्व सीनियर रेजिडेंट डॉ. दीपक सुमन इस बारे में बताया है.
आम का सेवन- गर्भवती महिलाओं को आम का सेवन मैंगो शेक के रूप में नहीं करना चाहिए. इसकी जगह आम को काटकर खाना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि मैंगो शेक में चीनी इस इस्तेमाल होता है, जिसका सीधा असर शुगर लेवल पर पढ़ सकता है.
कितना खाएं आम- जेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को ज्यादा आम खाने से बचना चाहिए. बहुत सारा आम खाने से शुगर लेवल का स्तर बढ़ सकता है. दिन में आम की एक फांक खा सकते हैं.
प्रोटीन और फाइबर- जेस्टेशनल डायबिटीज से परेशान महिलाओं को आम का सेवन प्रोटीन और फाइबर से युक्त चीजों के साथ करना चाहिए, जैसे की सब्जियां. ऐसा करने से शुगर लेवल का स्तर कंट्रोल रह सकता है.
जांच भी जरूरी
जिन महिलाओं को गेस्टेशनल डायबिटीज है, उन्हें आम खाने से पहले और बाद में शुगर लेवल की एक बार जरूर जांच करनी चाहिए. ऐसा करने से ये पता चलेगा कि आम खाने के बाद शरीर में क्या बदलाव आया. अगर आम खाने के बाद शरीर मं शुगर का लेवल बढ़ रहा है और लगातार ये समस्या बनी हुई है तो आपको आम से परहेज करना चाहिए.