क्या पतले शरीर में भी हो सकती है हाई कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत? एक्सपर्ट से जानें

हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत सिर्फ मोटापे में या फिर मोटे लोगों को ही हो सकती है. ये महज एक मिथक है जबकि लोगों इस पर पूरा विश्वास करते हैं. हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या पतले शरीर में हो सकती है या नहीं, ये लोगों में कंफ्यूजन बनी रहती है. इस सवाल का जवाब जानने से पहले बताते हैं कि कोलेस्ट्रॉल की समस्या क्यों और कैसे होती है. ये हमारी नसों में जमने वाला एक चिपचिपा पदार्थ है जिसे लिपिड भी कहा जाता है. इसके दो टाइप होते हैं एक एचडीएल और दूसरा एलडीएल. गुड कोलेस्ट्रॉल को एचडीएल कहा जाता है जो की हाई लिपोप्रोटीन डेंसिटी है और एलडीएल लो लिपोप्रोटीन डेंसिटी है.
शरीर में अगर एलडीएल का लेवल बढ़ जाए तो इसे हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत बताते हैं. नसों में अगर कोलेस्ट्रॉल लंबे समय तक जमा रहे तो दिल की बीमारियों का खतरा रहता है. बीमारी से ग्रसित इंसान को हार्ट अटैक तक आ जाता है. वैसे क्या ये पतले लोगों को भी हो सकता है. एक्सपर्ट से जानें…
कैसे शरीर को प्रभावित करता है हाई कोलेस्ट्रॉल
हेल्थलाइन के मुताबिक लिवर कोलेस्ट्रॉल का निर्माण करता है और ये हमारे कई हार्मोन और विटामिन डी के निर्माण में हेल्प करता है. ये हमारी नसों में खुद तैर नहीं सकता इसलिए लिवर लिपोप्रोटीन को बनाता है. इसी से गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल बनते हैं. नई दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. जे. पी. एस. साहने ने कहा, ‘हाई रिस्क वाले मरीज यानी, जिन्हें डायबिटीज या हाई बीपी है उन्हें एलडीएल-सी को 70 मिलीग्राम/डीएल से नीचे और गैर-एचडीएल को 100 मिलीग्राम/डीएल से नीचे रखना चाहिए.’
पतले लोगों में कोलेस्ट्रॉल का खतरा
जयपुर के नारायणा हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट कार्डियोलॉजी एंड इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी डॉ. विनोट पूनिया ने टीवी9 से बातचीत में इस सवाल का जवाब दिया. डॉ. विनोट का कहना है कि ये जरूरी नहीं है कि हाई कोलेस्ट्रॉल सिर्फ मोटे लोगों को ही प्रभावित करता है. ये पतले लोगों की नसों में भी जम सकता है. बॉडी के वजन और बीएमआई हमारे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को प्रभावित करते हैं पर इसके लिए दूसरे कारक भी जिम्मेदार हैं. इसमें जेनेटिक, डाइट, फिजिकल एक्टिविटी और बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल भी है. एक्सपर्ट कहते हैं कि बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) का बढ़ा हुआ लेवल हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरे को बढ़ सकता है फिर चाहे इंसान पतला ही क्यों न हो.
भूल से भी न खाएं ये चीजें
डॉ. विनोट कहते हैं कि हमें हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, और नियमित स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए चाहे आपका वजन कितना ही क्यों न हो. इसके साथ एक्सपर्ट की सलाह और निर्देशों का पालन करना भी जरूरी है. यदि कोई दुबला-पतला व्यक्ति गलत चीजें खाता है तो भी उसे यह रोग हो सकता है. खासतौर पर अगर आप नियमित रूप से खराब कोलेस्ट्रॉल में उच्च खाद्य पदार्थ खाते हैं, फिजिकली एक्टिव नहीं हैं, सिगरेट-शराब जैसी बुरी आदतें हैं तो आपको हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत हो सकती है. चाहे कोई व्यक्ति मोटा हो या पतला, इन कंडीशन में ये बीमारी उसे अपनी चपेट में ले सकती है.

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