क्या महिलाओं में ज्यादा एक्सरसाइज करना पीरियड्स में देरी का बन सकता है कारण? एक्सपर्ट्स से जानें
एक्सरसाइज करना सेहत की दृष्टि से फायदेमंद माना जाता है, रोजाना एक्सरसाइज करने से व्यक्ति सेहतमंद रहता है और वजन भी नियंत्रित रहता है लेकिन ज्यादा एक्सरसाइज शरीर को कई तरह से प्रभावित करती है. कई महिलाएं बॉडी को फिट रखने के लिए काफी ज्यादा एक्सरसाइज करती हैं और जिम में घंटों घंटों वर्कआउट्स करती है जिससे उन्हें पीरियड्स इर्रेगुलेटरी की समस्या हो जाती है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ज्यादा एक्सरसाइज करने से शरीर पर कई तरह के प्रभाव पड़ते हैं और पीरियड्स अनियमित होना उनमें से एक है.
जो महिलाएं या एथलीट ज्यादा वर्कआउट करती हैं उनमें अक्सर हार्मोंस में बदलाव के चलते देरी से पीरियड्स की परेशानी देखी जाती है. इस समस्या को एमेनोरिया कहते हैं जो ज्यादातर ज्यादा वर्कआउट और एथलीट्स में देखी जाती है. इस परेशानी में महिला को पीरियड्स नहीं होते. दरअसल एमेनोरिया में हार्मोनल प्रक्रिया में बदलाव के चलते अंडाशय से अंडे नहीं निकलते जिसकी वजह से एमेनोरिया होता है जिसे ओव्यूलेटरी डिसफंक्शन भी कहते हैं. ऐसी महिलाओं को आगे चलकर बच्चा कंसीव करने में भी परेशानी आती है.
किस वजह से होती है ये समस्या
– वर्कआउट बॉडी को फिट रखने के लिए तो ठीक है लेकिन ज्यादा वर्कआउट से शरीर में बॉडी फैट कम हो जाता है, जो कि अनियमित पीरियड्स का कारण बनता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर को उचित पोषण की जरूरत होती है जिसमें सही बॉडी फैट होना भी जरूरी है.
– इसके अलावा ज्यादा वर्कआउट करने से महिला का एनर्जी बैलेंस भी कम हो जाता है जिसके लिए पर्याप्त कैलोरी की आवश्यकता होती है, लेकिन जिम ट्रेनिंग के दौरान लो कैलोरी फूड्स और हाई प्रोटीन डाइट दिया जाता है ताकि वेट गेन न हो. ऐसे में भी लो कैलोरी की वजह से शरीर में एनर्जी बैलेंस कम हो जाता है जो अनियमित पीरियड्स की वजह बनता है.
– जहां डेली नॉर्मल वर्कआउट आपको दिनभर तरोताजा रखता है, वही ज्यादा वर्कआउट करने से फिजिकल स्ट्रेस बढ़ जाता है. लगातार हाई इंटेंसिटि वर्कआउट से शरीर में फिजिकल स्ट्रेस बढ़ने लगता है जिसकी वजह से हार्मोनल बदलाव होते हैं जो कि पीडियड्स को प्रभावित करते हैं.
कैसे करें बचाव
इसलिए एक्सपर्ट्स कहते हैं कि बेहद कम उम्र में ज्यादा वर्कआउट करने से बचें वही अपनी बॉडी की जरूरत के हिसाब से ही वर्कआउट करें. वर्कआउट कितना करना है और वेट कितना मैंटेन करना है इसके बारे में जिम ट्रेनर के साथ साथ किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से भी बात कर लें तो बेहतर होगा क्योंकि ज्यादा वर्कआउट आपके पीरियड्स को प्रभावित कर सकता है जिससे आगे चलकर आपको बच्चा कंसीव करने में परेशानी आ सकती है. इसके साथ ही वर्कआउट के साथ-साथ अपनी डाइट का भी ध्यान रखें. लो कैलोरी के चक्कर में बॉडी फैट को कम न होने दें.