क्या वाकई नाखून का रंग बता देगा कैंसर का खतरा? एक्सपर्ट्स से जानें
कैंसर होने के बाद मरीज की जान बचाना आज भी एक बड़ी चुनौती है. कैंसर के अधिकतर मामले एडवांस यानी अंतिम स्टेज में सामने आते हैं. इस बीमारी के लक्षणों का न पता चल पाने के कारण ऐसा होता है. लेकिन अब कैंसर के लक्षणों को लेकर एक नई रिसर्च सामने आई है. इस रिसर्च को अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के वैज्ञानिकों ने किया है. रिसर्च में नाखून और कैंसर के बीच संबंध बताया गया है.
रिसर्च में कहा गया है कि नाखून पर बन रही लाल रंग जैसी पट्टी कैंसर का लक्षण हो सकती है.
रिसर्च में बताया गया है कि नाखून के रंग में बदलाव होता है तो ये ओनिकेपैपिलोमा डिजीज होती है. इससे नाखून के रंग में बदलाव आने लगता है और नाखून पर लाल रंग की पट्टी बन जाती है और नाखून सिरे से मोटा होने लगता है. ऐसा जेनेटिक कारणों से हो सकता है. BAP1 सिंड्रोम से पीड़ित लोगों में इसका खतरा रहता है. BAP1 सिंड्रोम एक जेनेटिक डिसऑर्डर है. जिसकी वजह से शरीर मेंं कैंसर और नॉन कैंसर ट्यूमर बनने लगते हैं. इन ट्यूमर से स्किन, आंख और किडनी के कैंसर का रिस्क सबसे अधिक होता है.
कैसे हुई रिसर्च
रिसर्च में 35 परिवार के करीब 45 लोगों को शामिल किया गया था. इन 35 परिवारों के लोगों को BAP1 सिंड्रोम था. इस सिंड्रोम से पीड़ित 88 फीसदी लोगों में ओनिकेपैपिलोमा डिजीज पाई गई थी जिसकी वजह से ट्यूमर बन गया था, जो कैंसर का लक्षण है. ऐसे में वैज्ञानिकों ने लोगों को सलाह दी है कि अगर उनके नाखून की रंग बदल रहा है या नाखून का सिरा मोटा होता जा रहा है तो कैंसर की स्क्रीनिंग करा लें. अगर परिवार में पहले किसी को कैंसर हुआ है तो जांच कराना बहुत जरूरी है. इस मामले में लापरवाही न करें. गर्भवती महिलाएं. जिनको खून की कोई बीमारी है ऐसे मरीज विशेष ध्यान रखें.
क्या हैं कैंसर के दूसरे लक्षण
वजन का अचानक कम होना
शरीर के किसी हिस्से में गांठ
हमेशा थकान रहना
हल्का बुखार रहना
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
दिल्ली कैंसर हॉस्पिटल में पूर्व मेडिकल डायरेक्टर डॉ. किशोर सिंह बताते हैं कि ऐसी कोई रिसर्च अभी भारत में नहीं हुई है. लेकिन कैंसर रोगियों में नाखून के रंग का बदलाव हो सकता है. ऐसे मामले कम ही होंगे. लेकिन रिसर्च के परिणाम से यह पता चलता है कि नाखून में बदलाव कैंसर का कारण बन सकते हैं. ऐसे में इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें.