क्या सत्ता में दोबारा लौटेंगी शेख हसीना? बाग्लादेश की सड़कों पर उतरे आवामी लीग के समर्थक
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद लगातार स्थिति गंभीर होती जा रही है. इसी बीच .ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अब देश में संघर्ष का नया दौर शुरू हो सकता है. अवामी लीग सत्ता पर वापसी के लिए कमर कसने को तैयार हो रही है. ये पार्टी बांग्लादेश की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है. पूर्व प्रधानमंत्री और भारत में रुकी शेख हसीना ही इस दल की नेता थीं. इस सत्ता पक्ष या विपक्ष दोनों ही के पास नहीं है. वहां पर इन दिनों अंतरिम सरकार चल रही है. अब बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनुस के नेतृत्व में एक अतंरिम सरकार ने शपथ ली है और मंत्रालय का भी बंटवारा हो गया है.
बांग्लादेश में इतने दिनों विपक्षी दल BNP जल्द से जल्द लोकतंत्र बहाली की मांग कर रही है ताकि उन्हें सत्ता मिल सके लेकिन छात्रों को अवामी और बीएनपी दोनों पार्टी से अलग कोई और विकल्प चाहिए. तब तक सभी स्टूडेंट देश की कमान अपने पास रखना चाहते हैं. वहीं जमात और दूसरे कट्टरपंथी संगठन एक अलग किस्म की राजनीति करने में लगे हैं. हालांकि इन सबके बीच बांग्लादेशी आर्मी छात्रों को साथ में लेकर सत्ता पर नियंत्रण बनाए रख सकती है. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार अब अपने कामकाज के लिए शक्तियों को अपने हाथ में लेने में लगी है.
वापसी की तैयारी में आवामी लीग
बांग्लादेश में लगातार वहां के अल्पसंख्यकों पर भी हमले हो रहे हैं. इन सब के बीच घरेलू दबाव और बाहरी सहायता के भरोसे
बैठे ये लोग भी अपनी सुरक्षा की गारंटी चाहते हैं. ऐसे में अब शेख हसीना के जाने के बाद से ही उनकी वापसी के लिए भी आवाजें उठने लगी हैं. अवामी लीग ने ये ठान लिया है कि वह शेख हसीना को बांग्लादेश वापस लाकर रहेंगे. हाल ही में अवामी लीग के कार्यकर्ता गोपालगंज में जमा हुए. गोपालगंज के टुंगीपारा में शेख हसीना के पिता और बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान का मकबरा है. यहां सभी ने कसम खाई कि वह अपनी नेता को वापस लाएंगे.
मिटाना इतना आसान नहीं- साजिब वाजेद
शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद ने कहा हाल ही में था कि अब परिवार राजनीति में वापसी नहीं करेगा, लेकिन उन्होंने ये भी कहा था कि हमारे नेताओं को परेशान किया जा रहा है इसलिए वो चुप नहीं बैठेंगे. इससे ये कयास लगाए जा रहे हैं कि शेख हसीना की वापसी हो सकती है. शेख हसीना के बेटे ने कहा कि अवामी लीग खत्म नहीं हुई है. वह देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है और इसे मिटाना इतना आसान नहीं है.