क्या है गौतम अडानी का प्लान, बॉम्बार्डियर के CEO से आखिर हुई क्या बात?
भारत में आज एयरपोर्ट मैनेजमेंट में सबसे बड़ा नाम अडानी ग्रुप का है, जो देश के कई बड़े एयरपोर्ट का प्रबंधन देखता है. इसमें अहमदाबाद, मुंबई, जयपुर और गुवाहाटी जैसे एयरपोर्ट का नाम शामिल है. ऐसे में एविएशन सेक्टर में अपनी पकड़ को मजबूत बनाए रखने के लिए उद्योगपति गौतम अडानी और भी प्लान बना रहे हैं. हाल में उनकी बॉम्बार्डियर के सीईओ एरिक मार्टेल के साथ मुलाकात को इसी संदर्भ में देखा जा सकता है.
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने बॉम्बार्डियर के सीईओ एरिक मार्टेल के साथ हाल में एक हाई-लेवल मीटिंग की है. इसमें दोनों कंपनियों के बीच साझेदारी करने की संभावनाओं को लेकर बातचीत हुई है.
क्या है गौतम अडानी का प्लान?
अडानी ग्रुप एविएशन सेक्टर के साथ ही डिफेंस सेक्टर में भी काम करता है. कंपनी ने भारत में ड्रोन भी तैयार किए हैं. इसलिए बॉम्बार्डियर के सीईओ के साथ बातचीत के दौरान एयरक्राफ्ट सर्विसेस, मेंटिनेंस-रिपेयर-ओवरहॉल (MRO) और डिफेंस सेक्टर में संभावित पार्टनरशिप को लेकर चर्चा हुई.
बॉम्बार्डियर के साथ पार्टनरशिप में अडानी ग्रुप का लक्ष्य ‘आत्मनिर्भर भारत’ में सहयोग देने का है. इससे देश के अंदर ही हवाई जहाजों के निर्माण और विदेशी टेक्नोलॉजी एवं सर्विसेस पर देश की निभर्रता को कम करने में मदद मिलेगी.
इस मुलाकात को लेकर गौतम अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट भी लिखी. उन्होंने लिखा, ” भारत के एविएशन सेक्टर की वृद्धि को गति देते हुए..बॉम्बार्डियर के सीईओ एरिक मार्टेल के साथ विमान सेवा, एमआरओ और रक्षा क्षेत्र में बदलाव लाने वाली पार्टनरशिप पर चर्चा की. हम एक मजबूत, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए साथ आए हैं.”
Powering India’s aviation growth! Had a great discussion with @Bombardier CEO Éric Martel on transformative partnerships in Aircraft Services, MRO and Defence. Together, we are harnessing synergies for a stronger, self-reliant India. @AdaniOnline #AatmanirbharBharat pic.twitter.com/i7db81MuLu
— Gautam Adani (@gautam_adani) September 24, 2024
कैसे देश को फायदा पहुंचाएगा अडानी का प्लान?
इस पार्टनरशिप को लेकर मार्केट का रुख काफी सकारात्मक दिख रहा है. ईटी की एक खबर के मुताबिक अडानी की इस साझेदारी से भारत को अभी प्लेन की रिपेयर और मेंटिनेंस इत्यादि के लिए जो विदेशी एमआरओ सर्विसेस लेनी पड़ती हैं, उन पर निर्भरता कम होगी. अडानी ग्रुप देश में एक डोमेस्टिक एमआरओ सेक्टर की स्थापना पर फोकस करेगा. इस बदलाव से घरेलू एयरलाइंस की लागत कम होगी, जिनका एक बड़ा खर्च एमआरओ सर्विस पर खर्च होता है.