क्या होती है प्रेसिडेंशियल डिबेट? कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप देंगे एक दूसरे को टक्कर
सोचिए कैसा हो अगर चुनाव के समय जितनी भी पार्टी मैदान में उतरी हैं, उनके लीडर एक ही स्टेज पर आमने-सामने खड़े हो जाए और आपके सारे सवालों का जवाब दें, जिससे आपको अपने हर सवाल पर दोनों ही नेताओं की राय, उनके विचार साफ-साफ पता लग जाए, जिससे आपको अपने विचार , अपनी राय बनाने में आसानी मिले. इसी का नाम प्रेसिडेंशियल डिबेट होता है.
प्रेसिडेंशियल डिबेट एक ऐसी डिबेट होती है, जिसमें एक ही स्टेज पर दोनों पार्टी के नेता एक साथ खड़े होते हैं और हर एक सवाल का जवाब देते हैं और अपनी राय, अपने विचार सामने रखते हैं. अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव काफी नजदीक आ गए हैं, देश में 5 नवंबर को चुनाव होने हैं, जिसके चलते दोनों खेमे लोगों से बातचीत करने और चुनावी अभियान में जुटे हुए हैं. आज होने वाली यह प्रेसिडेंशियल डिबेट इसीलिए भी काफी खास है क्योंकि इस डिबेट में पहली बार डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप आमने-सामने होंगे और एक दूसरे को टक्कर देंगे.
यह डिबेट जहां कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप की पहली डिबेट होगी, वहीं, दूसरी तरफ यह डिबेट इसीलिए भी काफी खास है क्योंकि यह इन दोनों की आखरी डिबेट भी होगी. यह डिबेट अमेरिका के समय अनुसार रात के 9 बजे शुरू की जाएगी, जोकि 90 मिनट चलेगी. हालांकि, भारत के समय अनुसार यह डिबेट आज सुबह 6:30 बजे प्रसारित की जाएगी. इन 90 मिनट पर सभी की निगाहें टिकी हुई है, जिसकी वजह है कि यह प्रेसिडेंशियल डिबेट इतनी ताकत रखती है कि इन्हीं को सुनकर कई लोग इस बात का निर्णय लेते हैं कि उनका वोट किसके खाते में जाएगा.
कहां होगी डिबेट?
यह डिबेट फिलाडेल्फिया के नेशनल कॉन्सटिट्यूशन सेंटर में आयोजित की जाएगी, जिसका लाइव प्रसारण भी किया जाएगा. इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप और बाइडन के बीच प्रेसिडेंशियल डिबेट हो चुकी है. लेकिन 21 जुलाई को बाइडन चुनाव से पीछे हट गए और उन्होंने कमला हैरिस को उम्मीदवार घोषित कर दिया, जिसके बाद से ही न सिर्फ बाइडन, बराक ओबामा बल्कि पूरी पार्टी कमला हैरिस को स्पोर्ट कर रही है.
किन सवालों का देंगे जवाब?
किसी भी देश का चुनाव देश के लोकतंत्र को मजबूत करता है, देश में जनता की भागीदारी को सुनिश्चित करता है, साथ ही यह एक ऐसा मौका होता है जहां जनता यह तय करती है कि किस के सिर पर जीत का सेहरा बांधा जाएगा. देश में चुनाव में कई मुद्दे सामने आते हैं और कई मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाता है, बेरोजगारी, क्लाइमेट चेंज, अर्थव्यवस्था कुछ बड़े मुद्दे हैं. इन सभी मामलों पर दोनों से तीखे सवाल पूछे जाएंगे, हालांकि, ABC मीडिया हाउस दोनों से क्या-क्या सवाल पूछेगा, इसकी लिस्ट उन्होंने जारी नहीं की है.
बाइडेन और ट्रंप की डिबेट
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में पहले मुकाबले में वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मैदान में उतरे थे, और डोनाल्ड ट्रंप के साथ 27 जून को हुई पहली प्रिसिडेंशियल डिबेट में दोनों एक दूसरे से भिड़े थे. जबकि पहली डिबेट बाइडन पिछड़ते हुए दिखाई दे रहे थे, साथ ही सभी इस बात को दोहरा रहे थे कि बाइडन की उम्र के चलते अब उन्हें चुनाव से कदम पीछे खींच लेने चाहिए. बाइडन ने 21 जुलाई को चुनाव से पीछे हटने और कमला हैरिस को रेस में खड़ा करने का ऐलान किया.
डिबेट क्यों है खास?
कमला हैरिस चुनाव में खड़ी होने वाली पहली अश्वेत महिला हैं, अगर वो चुनाव जीत जाती हैं तो अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होने का ताज भी उनके सिर बांधेगा. कमला लगातार अमेरिका में रंग रूप को लेकर होते भेदभाव के मुद्दे को उठाती रही है, वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के चुनाव में आबोर्शन का मुद्दा भी काफी अहम बन कर सामने आ रहा है, जिस पर भी हो सकता है दोनों से सवाल किया जाए. इस डिबेट को निर्णायक डिबेट कहना गलत नहीं होगा, यह वो फैसले की रात होगी , जहां 5 हफ्ते पहले ही देशवासी इस बात का निर्णय बहुत हद तक लेने में कामयाब हो जाएंगे की वो चुनाव में किसके साथ हैं.
इस डिबेट के नियम के मुताबिक दोनों नेताओं के पास किसी भी तरह की स्पीच पहले से लिखी नहीं होगी, वो पहले से कुछ तैयार करके लिख कर नहीं ला सकते हैं. दोनों के पास एक डायरी और पेन होगा. इसके अलावा उनको कुछ नहीं दिया जाएगा. साथ ही डिबेट की क्लोजिंग डोनाल्ड ट्रंप करेंगे.