क्या होते हैं fortified food, सेहतमंद रहने के लिए क्यों है ये जरूरी, जानें यहां

बड़े शहरों से लेकर छोटे गांव तक, लगभग हर जगह से नई बीमारियां सामने आने लगी है. ऐसे में लोग अपनी सेहत को लेकर काफी ज्यादा सतर्क हो गए हैं. जहां कुछ लोग अपनी डेली रूटीन में जिम, वर्कआउट, योग जैसी हेल्दी आदतों को शामिल कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग अपने खानपान में भी हेल्दी बदलाव करने लगे हैं. इसके लिए वो अपनी डाइट में दूध, ताजे फल, हरी सब्जियां जैसी चीजें शामिल करते हैं. बड़े शहरों में पैक्ड फूड का चलन काफी ज्यादा बढ़ गया है. यहां फल से लेकर हर एक खाने की चीज आपको पैकेट में मिल जाएगी. वहीं जब आप इन चीजों की खरीददारी करने जाते हैं तो अक्सर आपने ये देखा होगा कि इन पैकेट्स पर लिखा होता है फोर्टिफाइड विथ विटामिन्स एंड मिनरल्स. क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि आखिर क्या होते हैं फोर्टिफाइड फूड. या फिर जो फूड फोर्टिफाइड नहीं हैं क्या वो आपके लिए हेल्दी नहीं हैं. यकीनन अब आपके दिमाग में फोर्टिफाइड फूड से जुड़े कई सवाल आ रहे होंगे. इस आर्टिकल में हम आपको फोर्टिफाइड फूड से जुड़े कुछ सवालों के जवाब देने जा रहे हैं.
दूध के पैकेट से लेकर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन तक लगभग हर जगह आपको फोर्टिफाइड फूड का जिक्र देखने को मिल जाएगा. लेकिन हम में से शायद कुछ ही लोगों ने कभी ये जानने की कोशिश की होगी कि आखिर किसी खाने के पैकेट पर फोर्टिफाइड फूड क्यों लिखा होता. आइए जानते हैं क्या होते हैं फोर्टिफाइड फूड और सेहत के लिए ये किस तरह से होते हैं फायदेमंद.
क्या होते हैं फोर्टिफाइड फूड?
फोर्टिफाइड फूड में कुछ ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो नेचुरल तरीके से खाने की चीजों में नहीं होते हैं. ये फूड पोषण में सुधार और सेहत के लिए भी कई तरीकों से फायदेमंद माने जाते हैं. अंडे, मांस, दूध और फलों के रस को फोर्टिफाइड किया जा सकता है. दूध को फोर्टिफाई करके इसमें विटामिन डी एड किया जाता है वहीं फलों के रस में कैल्शियम को एड किया जाता है. दरअसल, फूड के प्रोसेसिंग के दौरान जो भी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं उन्हें फोर्टिफिकेशन के जरिए जोड़ा जाता है. जैसे कि प्रोसेसिंग के बाद गेहूं के आंटे में फोलिक एसिड, राइबोफ्लेविन और आयरन वापस जोड़ा जा सकता है. कुछ फूड आइटम्स में ये पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं तो वहीं कुछ मामलों में ये मिनरल्स की अधिकता का कारण भी बनते हैं.
फोर्टिफाइड फूड का सेवन करते वक्त बरतें सावधानी
बच्चे क्योंकि खाने पीने में बहुत नखरे करते हैं इसलिए बचपन से ही उनमें पोषक तत्वों की कमी होती है. बच्चों के लिए फोर्टिफाइड फूड अलग अलग पोषक तत्वों की कमी पूरी करने का एक बेहतर श्रोत हैं. हालांकि कुछ ऐसे फोर्टिफाइड फूड भी हैं जिनकी पैकिंग के दौरान उन्हें बहुत ज्यादा प्रोसेस किया जाता है. इनमें सोडियम, फैट और शुगर की अधिकता पाई जाती है. इस वजह से कुछ फोर्टिफाइड फूड बच्चों की सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होते हैं.
किन लोगों के लिए नुकसानदायक होते हैं फोर्टिफाइड फूड?
गर्भवती महिलाओं को फोर्टिफाइड फूड अपने डॉक्टर की सलाह पर ही खानी चाहिए. बिना डॉक्टर की सलाह लिए फोर्टिफाइड फूड खा लेने की वजह से ये बच्चे के लिए खतरा पैदा कर सकता है. वहीं विटामिन ए का हाई लेवल व्यस्कों और बूढ़ों में फ्रैक्चर की वजह बन सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
Fortified Food के बारे में जानकारी लेने के लिए हमने डॉ.किरण गुप्ता से बात की. डॉ. किरण गुप्ता पिछले 27 साल से योग और डाइटिशियन के फील्ड में कार्यरत हैं. इसके साथ साथ इन्हें इस फील्ड में गोल्ड मेडल भी प्राप्त है. साथ ही डॉ.किरण मेवार यूनिवर्सिटी में योग की क्लासेस भी देती हैं. फोर्टिफाइड फूड के बारे में बताते हुए डॉ.किरण गुप्ता कहती हैं कि साधारण लोगों को इन फूड्स को खाने की जरूरत नहीं है. बल्कि ऐसे लोग जिन्हें हड्डियों से संबंधित कोई समस्या है या फिर बचपन से ही मोटे चश्मे लगे हैं उन लोगों को अपनी डाइट में फोर्टिफाइड पूड्स को शामिल करना चाहिए. इसके साथ ही क्योंकि ये महंगे भी बहुत होते हैं इसलिए हर कोई इसे अपनी डाइट में शामिल नहीं कर सकता है. फोर्टिफाइड फूड की लिस्ट में पैक्ड जूस, ओट मिल्क, सोया मिल्क और तमाम पैक्ड फूड आते हैं.

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