क्या SIP में इंवेस्ट करने की यही है सही टाइमिंग? बाजार ने बंद होते ही दे दिया सिग्नल

इस साल के अब तक के डेटा को देखें तो म्यूचुअल फंड से लेकर शेयर बाजार, दोनों जगह तेजी देखी गई है. ना सिर्फ सेंसेक्स और निफ्टी ने नया हाई बनाया है, बल्कि म्यूचुअल फंड में इंवेस्ट करने वालों की संख्या में भी जोरदार उछाल देखा गया है. यही वजह है कि अगस्त में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 3% बढ़कर 38,239 करोड़ रुपए हो गया है. जुलाई में यह 37,113 करोड़ रुपए था. वहीं, सेक्टोरल व थीमैटिक फंड में निवेश 1% घटकर 18,117 करोड़ रुपए रह गया है.
ऐसा नहीं है कि यह तेजी सिर्फ म्यूचुअल फंड में देखी गई है. आप आज के ही मार्केट का डेटा उठाकर देख लीजिए. सुबह जब बाजार खुला तो मार्केट फ्लैट था, लेकिन बंद होते-होते सेंसेक्स 85300 का लेवल पार कर लिया और 26,056 पर एनएसई निफ्टी आ गया. बता दें कि ये इसका लाइफटाइम हाई लेवल है. अब यहां सबसे जरूरी सवाल उन छोटे निवेशकों के लिए खड़ा हो रहा है, जो अभी मार्केट में एंट्री करने की सोच रहे हैं. क्या उन्हें अभी एसआईपी शुरू करनी चाहिए? चलिए इसके बारे में समझते हैं.
SIP के लिए अभी सही समय?
अगर आप एसआईपी में इंवेस्ट करने की सोच रहे हैं और इस बात को लेकर कंफ्यूज हैं कि मार्केट में जारी तेजी के बीच इंवेस्ट करना चाहिए या फिर गिरावट का इंतजार करना चाहिए, तो इसका एक सिंपल सा जवाब है कि इंतजार करना सही निर्णय नहीं है. इसके पीछे दो कारण है. पहला कि पिछले कुछ समय से भारतीय रिज़र्व बैंक ने ब्याज दरों में कोई बड़ी वृद्धि नहीं की है, जो कि इक्विटी और बॉन्ड फंड्स के लिए सकारात्मक है. कम ब्याज दरें निवेशकों को शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड्स की ओर आकर्षित करती हैं, खासकर ऐसे समय में जब बॉन्ड यील्ड्स सीमित हो रही हैं.
दूसरा वजह, अगर आप आज एसआईपी शुरु करते हैं और आपका टार्गेट लॉन्ग टर्म के लिए इंवेस्ट करना है तो अगर आज मार्केट में तेजी है और आप किसी म्यूचुअल फंड का NAV यानी नेट ऐसेट वैल्यू खरीदते हैं, यह बिलकुल वैसे ही होता है जैसे आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते हैं. तो उसकी कीमत मार्केट में आने वाली उतार-चढ़ाव से इफेक्ट भी होगी. लेकिन इसका लॉन्ग टर्म में नुकसान नहीं होगा. उदाहरण से समझाता हूं.
मान लीजिए अभी किसी NAV की कीमत 20 रुपए है और आप अभी 500 निवेश करते हैं तो इसके बढ़ने से आपका रिटर्न भी बढ़ेगा और अगर इसमें गिरावट आती है तो अगले महीने जब आप फिर से 500 रुपए इंवेस्ट करेंगे तो यह एवरेज हो जाएगा. यानी कुल मिलाकर लॉन्ग टर्म के लिए अभी SIP शुरू करना बेस्ट डिसीजन है.
किन सेक्टर्स पर करें फोकस?
अब यह समझना जरूरी हो जाता है कि किन सेक्टर्स में निवेश करना चाहिए. ग्लोबल इंवेस्ट वेबसाइट की रिपोर्ट कहती है कि भारतीय म्यूचुअल फंड्स में टेलीकॉम, आईटी और फार्मा जैसे सेक्टरों में निवेश बढ़ रहा है. खासकर आईटी और हेल्थकेयर सेक्टर में निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न की संभावनाएं बनी हुई हैं, क्योंकि इन क्षेत्रों में दीर्घकालिक वृद्धि की उम्मीद है.

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