क्यों महिलाओं को एक साथ नहीं लेनी चाहिए आयरन और कैल्शियम की गोलियां, इसका हीमोग्लोबिन से क्या है संबंध
हमारे शरीर को सभी पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा में जरूरत होती है. अगर खाने से इसकी पूर्ति न हो पाए तो शरीर में इसकी कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत होती है. ऐसे ही शरीर के लिए दो बेहद जरूरी पोषक तत्व है कैल्शियम और आयरन. सबसे पहले जानते हैं कि ये हमारे शरीर के लिए जरूरी क्यों है.
कैल्शियम क्यों है जरूरी
दरअसल, कैल्शियम हमारे शरीर की विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं में अहम भूमिका निभाता है, ये हमारी हड्डियों, दांतों और हृदय के सुचारू रूप से काम करने के लिए बेहद जरूरी है. आहार से कैल्शियम की पूर्ति करने के लिए हमें दूध, दही, डेयरी प्रोडक्ट्स, ब्रोकली और नट्स खाने चाहिए. लेकिन जरूरी नहीं की सभी की कैल्शियम की पूर्ति खाने से हो जाए ऐसे में शरीर को पर्याप्त कैल्शियम न मिले और शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए तो काफी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें हड्डियों के कमजोर होने की स्थिति यानी की ऑस्टियोपोरोसिस प्रमुख है.
इसमें हड्डियां बेहद कमजोर हो जाती हैं और जरा सी टक्कर लगने पर भी हड्डियां टूटने का डर बना रहता है. इसलिए शरीर के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है. साथ ही कम कैल्शियम होने से हाइपरटेंशन, स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ता है इसलिए पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम लेकर इनके खतरे को टाला जा सकता है.
आयरन क्यों है जरूरी
आयरन एक बेहद ही आवश्यक खनिज तत्व है जो कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जिनमें मांस-मछली, समुद्री भोजन, नट्स, बीन्स, हरी सब्जियां जैसे कि पालक और कई अनाज शामिल हैं, आयरन हीमोग्लोबिन का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर ऑक्सीजन ले जाता है. इसकी पूर्ति से एनीमिया को रोका जा सकता है. खून की कमी यानी कि एनीमिया बेहद गंभीर स्थिति है जिसमें कमजोरी, थकावट आदि महसूस होती है.
इन दोनों पोषक तत्वों के शरीर का सुचारू रूप से कार्य करना मुश्किल है इसलिए इसकी कमी होने पर दवाईयां लेने की सलाह दी जाती है लेकिन क्या इन दोनों को साथ लेना चाहिए.
सफदरजंग अस्पताल में गायनेकोलॉजी विभाग की डॉ. सलोनी चड्ढा बताती है कि आयरन और कैल्शियम को एक साथ खाने पर आप बीमार हो सकते हैं, इसलिए इन दोनों को एक साथ या इनके सप्लीमेंट्स एक साथ नहीं लेने चाहिए. डॉक्टर कहते हैं कि आयरन और कैल्शियम युक्त आहार या सप्लीमेंट्स को एक साथ खाने से शरीर को नुकसान पहुंचा सकता हैं. अकसर देखा जाता है की महिलाओं के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है. इसको पूरा करने के लिए डॉक्टर आयरन और कैल्शियम की दवा खाने की सलाह देते हैं,. लेकिन कुछ महिलाओं में इन दवाओं को खाने से भी हीमोग्लोबिन बढ़ता नहीं है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि महिलाओं आयरन और कैल्शिमय की गोलियां को एक साथ खाती है. इन दवाओं को एक साथ खाते से शरीर में इनका असर कम होता है. डॉक्टर सलाह देते हैं कि आयरन की गोली के कम से कम तीन से चार घंटे बाद ही कैल्शियम की गोली खानी चाहिए. तभी इनका असर होगा
दोनों को साथ लेने के दुष्प्रभाव
कैल्शियम के सबसे आम साइड इफेक्ट्स में कब्ज, दस्त, गैस और पेट खराब होना शामिल हैं. वही आयरन के साइड इफेक्ट्स में पेट में दर्द, दस्त, कब्ज, मतली और उल्टी हो सकती है. ज्यादा खुराक लेने पर साइड इफेक्ट होने की संभावना ज्यादा हो सकती है.
साथ ही ध्यान रखें कि आयरन सप्लीमेंट्स को खाने के साथ कभी भी न लें. अगर आप आयरन सप्लीमेंट्स ले रहें हैं तो खाने के एक घंटे पहले या बाद में ही इसका सेवन करें. वहीं इन दोनों सप्लीमेंट्स को खाली पेट कभी भी न लें और दोनों दवाईयों के बीच लगभग 1 घंटे का अंतर जरूर रखें.
हीमोग्लोबिन कम होने की वजह
– जब आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन नहीं कर पाता, कई बार किसी खास मेडिकल कंडीशन और बीमारी में महिलाओं के शरीर में पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं होता तो हीमोग्लोबिन कम होना शुरू हो जाता है.
– दूसरे मामले में आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन तो करता है, लेकिन ये कोशिकाएं आपके शरीर द्वारा उनकी पूर्ति करने की क्षमता से अधिक तेजी से नष्ट हो जाती हैं ऐसी स्थिति में भी हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है.
– किसी गहरी चोट या बीमारी की वजह से भी शरीर से ज्यादा खून बह जाने से खून की कमी हो जाती है.
– महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान भी हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है.
– इसके अलावा अगर महिला को आंतरिक रक्तस्राव हो रहा हो, जैसे कि रक्तस्रावी अल्सर, तो भी हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है.
– शरीर में आयरन और विटामिन बी12 और बी9 जैसे आवश्यक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहे हों तो भी हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है.