क्रिप्टो वर्ल्ड में मची तबाही, बिटकॉइन से लेकर डॉगेकॉइन तक सब हुए धड़ाम
भले ही शेयर बाजार में तेजी का माहौल बना हुआ हो, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी मार्केट बुधवार को धड़ाम हो गया है. दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन से लेकर इथेरियम और डॉगेकॉइन तक में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. इस गिरावट की वजह ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है. कई महीनों के बाद बिटकॉइन के दाम 60 हजार डॉलर से नीचे आ गए हैं. जानकारों की मानें तो इस गिरावट को यूएस का जीडीपी डाटा आने के रूप में देखा जा रहा है. आइए आपको भी बताते हैं कि वर्चुअल करेंसी की इस तबाही में किस तरह के आंकड़ें देखने को मिल रहे हैं.
60 हजार डॉलर से नीचे आया बिटकॉइन
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. बिटकॉइन के दाम 60 हजार डॉलर से नीचे आ गए हैं. कॉइनमार्केट कैप के डाटा के अनुसार बीते 24 घंटे में बिटकॉइन की कीमत में 5.61 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें 59,269.04 डॉलर पर आ गई है. वैसे बीते एक घंटे के कारोबार में बिटकॉइन की कीमतों में एक फीसदी से ज्यादा की रिकवरी देखने को मिली है.
वहीं दूसरी ओर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम की कीमतों में भी 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है और कीमतें 2500 डॉलर से नीचे आते हुए 2464 डॉलर पर आ गई है. वैसे कीमतों में एक फीसदी की रिकवरी करीब एक घंटे में देखने को मिली है.
डॉगेकॉइन और शिबा इनु में भी गिरावट
दुनिया की पॉपुलर वर्चुअल करेंसी में शुमार डॉगेकॉइन और शिबा इनु में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में डॉगेकॉइन की कीमत में 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है. जबकि बीते एक घंटे में कीमतों में एक फीसदी से ज्यादा की रिकवरी देखी गई है. शिबा इनु की कीमतों में भी 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है. जानकारों की मानें तो दोनों छोटी क्रिप्टोकरेंसी में और ज्यादा की गिरावट देखी जा सकती है.
इन करेंसीज में भी बड़ी गिरावट
मौजूदा समय में सोलाना में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं दूसरी ओर एवालांशे में भी 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है. चेनलिंक और पोल्काडॉट में भी करीब 5 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है. नियर प्रोटोकॉल में करीब 8 फीसदी और पॉलिगन में 12 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है. कैस्पा में करीब 6 फीसदी और यूनिस्वैप में करीब 11 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है. पेपे और रेंडर जैसे कॉइन में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है.