खाने को पैसा नहीं, पेट्रोलियम रिजर्व से तेल निकालने के लिए 5 अरब डॉलर कहां से लाएगा पाकिस्तान?

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के बुरे हालात किसी से छिपे नहीं हैं. साल 2022 से ही उसकी इकोनॉमी भारी संकट का सामना कर रही है. हालात ऐसे हैं कि महंगाई चरम पर है, लोगों के पास खाने तक के पैसे नहीं है. पाकिस्तान खुद अभी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के बेलआउट पैकेज पर सरवाइव कर रहा है. ऐसे में एक नए पेट्रोलियम रिजर्व का उसकी समुद्री सीमा में मिलना पाकिस्तान की अर्थव्यस्था के लिए गेम चेंजर हो सकता है. लेकिन क्या ये संभव हो पाएगा.
पाकिस्तान को आईएमएफ से करीब 7 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मिला है. पाकिस्तान के बनने के बाद से अब तक उसे आईएमएफ से 24 बेलआउट पैकेज मिल चुके हैं. ऐसे में पाकिस्तान के पास समुद्री सीमा से पेट्रोलियम या प्राकृतिक गैस निकालने के लिए निवेश करने के पैसे कहां से आएंगे?
करना होगा 5 अरब डॉलर का निवेश
पाकिस्तान की समुद्री सीमा में जिस पेट्रोलियम रिजर्व के मिलने का दावा किया जा रहा है, उसके दुनिया में चौथा सबसे बड़ा पेट्रोलियम भंडार होने का अनुमान है. पाकिस्तान के टीवी चैनल ‘डॉन न्यूज टीवी’ की एक खबर में जानकारी दी गई है कि करीब 3 साल के सर्वे के बाद इस भंडार का पता चला है.
अगर पाकिस्तान को इस पेट्रोलियम भंडार का आर्थिक फायदा उठाना है, तो उसे जल्द ही यहां पर कुंओं की खुदाई, एक्सप्लोरेशन इत्यादि का काम करना होगा. लेकिन इसमें समस्या ये है कि तुरंत कार्रवाई करने के बावजूद यहां से कच्चे तेल का प्रोडक्शन शुरू होने में कुछ साल का वक्त लग सकता है. इस भंडार से एक्सप्लोरेशन पर ही पाकिस्तान को 5 अरब डॉलर का निवेश करना होगा.
इस बारे में पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अगर ये क्रूड ऑयल की जगह प्राकृतिक गैस का भंडार निकलता है, तो ये पाकिस्तान के एलएनजी इंपोर्ट को रिप्लेस कर सकता है. मौजूदा समय में वेनुजुएला के पास दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार है. जबकि सऊदी अरब, ईरान, कनाडा और इराक दुनिया के टॉप-5 देशों में शुमार हैं.
पाकिस्तान के पास क्या हैं विकल्प?
पाकिस्तान के पास अगर खुद से पेट्रोलियम रिजर्व के एक्सप्लोरेशन में निवेश करने के लिए रकम नहीं है, तो वह पेट्रोलियम रिजर्व के एक्सप्लोरेशन के लिए दुनिया में अपनाए जाने वाले अन्य विकल्पों पर विचार कर सकता है. इसमें सबसे आसान विकल्प ये हो सकता है कि वह दुनिया की उन तमाम कंपनियों को आमंत्रित कर सकता है, जो इस काम को करने में माहिर हैं. ये कंपनियां पार्टनरशिप या रॉयल्टी बेसिस पर पाकिस्तान के साथ करार करके पेट्रोलियम रिजर्व के एक्सप्लोरेशन का काम करेंगी और उसमें निवेश करेंगी. इससे पाकिस्तान को बिना निवेश भी इससे कमाई करने का मौका मिलेगा.

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