खुद बदलें अपनी तकदीर, बाबाओं के पाखंड में न फंसें, भोले बाबा पर जमकर बरसीं मायावती
हाथरस हादसे के बाद बसपा प्रमुख मायावती पहली बार नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के खिलाफ खुलकर बोलीं हैं. उन्होंने कहा है कि लोग बाबाओं के पाखंड में न फंसें. अपनी तकदीर खुद बदलें. बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलें. राजनीतिक स्वार्थ में कमजोर न पड़ें. मायावती ने कहा कि देश में गरीबों, दलितों व पीड़ितों को अपनी गरीबी को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे बाबाओं के अन्धविश्वास और उसके पाखंडवाद के न फंसें.
बसपा चीफ ने आगे कहा कि मेरी यही सलाह है कि बाबाओं के बहकावे में आकर अपने दुख और पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए. हाथरस कांड में बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. इस तरह अन्य बाबाओं के खिलाफ भी कार्रवाई होनी जरूरी. मायावती ने लोगों से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बताए रास्ते पर चलने की अपील की.
1. देश में गरीबाों, दलितों व पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी व अन्य सभी दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2024
बाबा सूरजपाल के खिलाफ खुलकर बोलीं मायावती
उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़. मायावती एक अकेली ऐसी नेता हैं, जिन्होंने बाबा सूरजपाल के खिलाफ खुलकर बोली हैं. मायावती का बयान बाबा सूरजपाल के बयान के बाद आया है. हादसे के चार दिन बाद बाबा सूरजपाल उर्फ भोले बाबा पहली बार सामने आया और घटना पर दुख जताया.
2 जुलाई की घटना के बाद से मैं काफी दुखी हूं- भोले बाबा
बाबा सूरजपाल ने कहा कि 2 जुलाई की घटना के बाद से मैं काफी दुखी हूं. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. जो इस घटना के उपद्रवी हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. भगवान हमें इस दर्द को सहने की शक्ति दें. कृपया सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें. मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे.