गर्मी में बढ़ा दिया है दही का सेवन तो रुकिए… जान लें किसे नहीं खाना चाहिए
गर्मी के दिनों में लोग ऐसी चीजों का सेवन बढ़ा देते हैं जो खाने पर ठंडक महसूस हो. समर सीजन में दही, छाछ जैसी चीजें भी लोग ज्यादा खाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद भी रहता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए दही का सेवन करने से परहेज करना ही सही रहता है. गर्मियों में अगर आप भी सादा दही, दही का रायता, दही की लस्सी आदि पीते हैं और इस वजह से सेवन काफी बढ़ गया है तो पहले जान लें कि किन लोगों को दही का सेवन नहीं करना चाहिए या फिर कम करना चाहिए.
कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस, विटामिन बी 6, बी 12 जैसे कई पोषक तत्व अच्छी मात्रा में होते हैं जो हड्डियों, मांसपेशियों को मजबूत रखने और एनर्जी देने का काम करते हैं. इसके अलावा दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया गट हेल्थ को अच्छा रखता है, जिसकी वजह से आप गर्मियों में पाचन संबंधित समस्याओं से बचे रहते हैं. हालांकि कुछ लोगों को दही से परहेज करना जरूरी होता है.
किडनी में स्टोन वालों को नहीं खाना चाहिए दही
जिन लोगों की किडनी में स्टोन हो उन्हें ज्यादा कैल्शियम वाली चीजें लेने से मना किया जाता है, इसलिए ऐसे लोगों को दही का सेवन कम मात्रा में करने या फिर दही न खाने की सलाह दी जाती है.
लैक्टोज इंटॉलरेंस
कुछ लोगों को लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या होती है. ऐसे लोग दूध से लेकर दही और पनीर तक डेयरी प्रोडक्ट्स को हजम नहीं कर पाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें अपच, ब्लोटिंग, पेट में भारीपन आदि समस्याएं होने लगती हैं. अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो लैक्टोज इंटॉलरेंस की दिक्कत से परेशान हैं तो दही का सेवन कम ही करना चाहिए.
अस्थमा के मरीज करें परहेज
जो लोग अस्थमा से पीड़ित होते हैं, दही खाने से उनकी समस्या बढ़ सकती है और खासतौर पर रात के वक्त गलती से भी दही नहीं खाना चाहिए. दही की तासीर ठंडी होती है और इसमें खट्टापन होता है, जिसकी वजह से म्यूकस (कफ) बनने लगता है और अस्थमा की समस्या अचानक ट्रिगर हो सकती है.
गठिया की समस्या वाले न खाएं दही
दही कैल्शियम से भरपूर होता है और आपकी हड्डियों के लिए काफी फायदा करता है, लेकिन इसके बावजूद गठिया की समस्या वालों को दही से परहेज करना की सलाह दी जाती है. दरअसल इससे जोड़ों में सूजन बढ़ सकती है, जिससे दर्द ट्रिगर हो सकता है.