गाजा, यूक्रेन जंग पर CIA-MI6 का बड़ा बयान, कोल्ड वॉर के बाद विश्व को सबसे बड़ा खतरा

अमेरिका और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने शनिवार को कहा है कि इस समय गाजा और युक्रेन का संघर्ष वैश्विक व्यवस्था के लिए कोल्ड वॉर के बाद सबसे बड़ा खतरा है. अमेरिकी और ब्रिटिश विदेशी खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने शनिवार को कहा कि वे युद्ध विराम के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
सीआईए निदेशक विलियम बर्न्स और एमआई6 प्रमुख रिचर्ड मूर ने कहा कि उनकी एजेंसियों ने संयम बरतने और तनाव कम करने के लिए हमारे खुफिया तंत्र का उपयोग किया है.
इजराइल-हमास युद्ध
फाइनेंशियल टाइम्स के लिए लिखे गए एक लेख में दोनों सूचना प्रमुखों ने कहा कि इजराइल-हमास युद्ध में संघर्ष विराम से फिलिस्तीनी नागरिकों की पीड़ा और जीवन की भयावह क्षति खत्म हो सकती है तथा 11 महीने की नारकीय कैद के बाद बंधकों को घर वापस लाया जा सकता है.
कुछ और मुद्दे अनसुलझे
बर्न्स लड़ाई को समाप्त करने के प्रयासों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं, तथा अगस्त में उन्होंने उच्च स्तरीय वार्ता के लिए मिस्र की यात्रा की थी, जिसका उद्देश्य बंधक समझौते पर पहुंचना तथा संघर्ष को कम से कम अस्थायी रूप से रोकना था. अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है, हालांकि अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि समझौता निकट है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल ही में कहा कि बस कुछ और मुद्दे अनसुलझे रह गए हैं.
अमेरिका-ब्रिटेन इजराइल के कट्टर सहयोगी
हालांकि, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि सफलता की रिपोर्ट बिल्कुल गलत है. अमेरिका और ब्रिटेन दोनों ही इजराइल के कट्टर सहयोगी हैं, हालांकि लंदन ने सोमवार को वाशिंगटन से अलग रुख अपनाते हुए इजराइल को कुछ हथियारों के निर्यात को निलंबित कर दिया, क्योंकि इस बात का खतरा था कि उनका इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ने के लिए हो सकता है.
पुतिन के आक्रामक युद्ध का विरोध
MI6 और CIA के प्रमुखों ने यह भी कहा कि दोनों देश यूक्रेन में रूस और पुतिन के आक्रामक युद्ध का विरोध करने में एक साथ खड़े हैं. सर रिचर्ड मूर और विलियम बर्न्स ने फाइनेंशियल टाइम्स में पहली बार संयुक्त लेख में लिखा कि इजराइल-गाजा युद्ध में कमी लाने और फिर से उभर रहे इस्लामिक स्टेट (आईएस) का मुकाबला करने के लिए काम किया जा रहा है. उन्होंने लिखा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि अंतर्राष्ट्रीय विश्व व्यवस्था एक ऐसे तरीके से खतरे में है जैसा हमने शीत युद्ध के बाद से नहीं देखा है.
उन्होंने कहा कि इस जोखिम का सफलतापूर्वक मुकाबला करना यूके और यूएस के बीच विशेष संबंधों की नींव है. दोनों देशों के सामने खतरों की अभूतपूर्व श्रृंखला में से एक यूक्रेन में युद्ध है, जो फरवरी 2022 में रूस के आक्रमण के बाद अपने तीसरे वर्ष में है.

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