गोरखपुर से लेकर जिगरा तक की बात, आखिर बुलडोजर पर क्यों भिड़े अखिलेश यादव और योगी?
उत्तर प्रदेश की राजनीति में बुलडोजर पर एक नई जंग छिड़ी है. वार-पलटवार का ये सिलसिला सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बीच चल रहा है. हर नए बयान के साथ जुबानी जंग और तीखी होती जा रही है. गोरखपुर से शुरू हुआ ये क्रम, दिमाग, DNA होते हुए अब जिगरा तक पहुंच गया है. खास बात ये है कि बुलडोजर पर उठा ये तूफान अभी शांत नहीं हुआ है. दोनों ओर से लगातार तीखे व्यंग्य-बाण छोड़े जा रहे हैं. जो हर नए वार के साथ ये राजनीतिक कम व्यक्तिगत ज्यादा होते जा रहे हैं.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में बुलडोजर एक्शन पर सवाल उठाए थे. शीर्ष ने अदालत ने यहां तक कह दिया था कि अगर कोई दोषी है तो उसके घर को नहीं गिराया जा सकता. जस्टिस गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की खंडपीठ की इस टिप्पणी के बाद योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए. इस बीच मंगलवार को अखिलेश यादव ने गोरखपुर को लेकर जो कहा उसने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई राजनीतिक जंग को जन्म दे दिया. अखिलेश के तंज पर योगी आदित्यनाथ ने यहां तक कह दिया कि टीपू सुल्तान बनने का सपना देख रहे हैं.
गोरखपुर को लेकर क्या बोले अखिलेश, जिस पर बिफर पड़े योगी
सीएम योगी और अखिलेश यादव के बीच इस जुबानी जंग की शुरुआत मंगलवार को हुई थी. दरअसल पार्टी मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि 2027 के चुनावों में भाजपा का सफाया हो जाएगा. बीजेपी सरकार में निर्दोषों को सताया जा रहा है. किसानों-नौजवानो का भविष्य अंधकारमय है. हर वर्ग परेशान है. 2027 में सपा की सरकार बनते ही प्रदेश के सभी बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की तरफ होगा.
जिगरा चाहिए…टीपू भी सुल्तान बनने का सपना देख रहे : योगी
अखिलेश के बयान पर सीएम योगी ने तगड़ा पलटवार किया. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुलडोजर हर कोई नहीं चला सकता, इसके लिए दिल-दिमाग और जिगरा चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि हर व्यक्ति का बुलडोजर पर हाथ सेट नहीं हो सकता है, इसके लिए बुलडोजर जैसी क्षमता, और दृढ़ प्रतिज्ञा चाहिए. जो लोग माफिया के आगे नाग रगड़ते रहे वो बुलडोजर क्या चलाएंगे और वो ये बात जानते भी हैं. उन्होंने आगे कहा कि लगता है टीपू भी सुल्तान बनने का सपना देख रहे हैं.
बुलडोजर जैसी क्षमता, और दृढ़ प्रतिज्ञा जिसमें हो, वही बुलडोजर चला सकता है…
दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे… pic.twitter.com/ZLNo022kEr
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 4, 2024
अखिलेश बोले- बुलडोजर में दिमाग नहीं होता
सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर तंज कसा तो वहां से जवाबी प्रहार होना ही था. सीएम येागी ने दिल दिमाग और जिगर की बात कही तो अखिलेशय ने कहा कि ये लोग असंवैधानिक काम करते हैं, लोगों को नीचा दिखाने के चक्कर में उन्होंने बुलडोजर चलवा दिया. क्या सरकार इसके लिए माफीम मांगेगी? अखिलेश यही नहीं रुके योगी के बयान पर उन्होंने कहा कि बुलडोजर में दिमाग नहीं स्टीयरिंग होता है, दिल्ली वाले कब किसका स्टीयरिंग बदल लें या जनता खींच लें पता नहीं. 46 में 56 की बात करने वालों से पूछा जाए कि सूची कब आएगी?
अगर आप और आपका बुलडोज़र इतना ही सफल है तो अलग पार्टी बनाकर बुलडोज़र चुनाव चिन्ह लेकर चुनाव लड़ जाइए। आपका भ्रम भी टूट जाएगा और घमंड भी। वैसे भी आपके जो हालात हैं, उसमें आप भाजपा में होते हुए भी नहीं के बराबर ही हैं, अलग पार्टी तो आपको आज नहीं तो कल बनानी ही पड़ेगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 4, 2024
बुलडोजर पर इतना भरोसा तो बना लें दूसरी पार्टी
अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके, उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट और किया, जिसमें लिखा कि अगर आपको बुलडोजर पर इतना ही भरोसा है तो अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ रहें. बुलडोजर चुनाव चिह्न रखें. आपका भ्रम भी टूट जाएगा और घमंड भी. उन्होंने सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि वैसे भी जो हालात हैं, उनमें आप भाजपा के होते हुए भी न के बराबर हैं. आज नहीं तो कल आपको अलग पार्टी बनानी ही होगी.
आरोप लगाने से पहले फ़ुल फ़ॉर्म तो जान लेते।
DNA = Deoxyribonucleic Acid
वैसे जानते होते तो भी बोल न पाते।
अरबों-करोड़ों में सांसद-विधायक की भर्ती करवानेवाले लोग, जितना कम बोलें उतने में ही उनकी इज़्ज़त है।
ज़्यादा बोलने वालों को ही, ज़्यादा सुनना पड़ता है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 4, 2024
फिर DNA पर आ गई बात
बुलडोजर पर मामला चल ही रहा था कि योगी आदित्यनाथ ने करहल में एक सभा में DNA का जिक्र कर इस बहस को और बढ़ा दिया. सीएम योगी ने कहा कि गुंडा और अराजकता सपा के DNA में है. कन्नौज का नवाब ब्रांड ही सपा का असली चेहरा है. इस पर अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि आरोप लगाने से पहले DNA का फुल फॉर्म तो जान लेते. डीएनए का मतलब डिआक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड होता है. जानते होते तो भी बोल न पाते. अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि अरबों-करोड़ों में भर्ती कराने वाले जितना कम बोलें उसी में उनकी इज्जत है.