गोल्ड मेडल जीतने के बाद भी खुश नहीं अरशद नदीम! नीरज चोपड़ा के सामने ये क्या बोल दिया?

पेरिस ओलंपिक के मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम के बीच शानदार टक्कर देखने को मिली. अरशद ने गोल्ड तो नीरज ने सील्वर मेडल अपने नाम किया. बाकी कोई भी खिलाड़ी इन दोनों स्टार्स के आस-पास नहीं पहुंच सका.
पेरिस ओलंपिक के मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम का दमदार प्रदर्शन देखने को मिला.अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ ओलंपिक रिकॉर्ड बनाकर गोल्ड मेडल जीता. वहीं, नीरज ने 89.45 मीटर का ब्रेस्ट थ्रो करके सिल्वर मेडल अपने नाम किया. ये दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के काफी अच्छे दोस्त माने जाते हैं. मुकाबले के बाद भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. हालांकि अरशद नदीम ने इस दौरान ऐसा कुछ कहा जो अब काफी वायरल हो रहा है.
ओलंपिक रिकॉर्ड बनाने के बाद भी खुश नहीं अरशद नदीम!
अरशद नदीम ने इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद जियो सिनेमा से बात करते हुए कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं. भाग लेने वाले सैकड़ों देशों में से पाकिस्तान और भारत ने अच्छा प्रदर्शन किया. नीरज ने बुडापेस्ट में 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था और यह मेरे लिए एक सुनहरा पल था. हमारी दोस्ती बहुत मजबूत है और मैं चाहता हूं कि यह लंबे समय तक जारी रहे. तभी अरशद नदीम से उनके ओलंपिक रिकॉर्ड थ्रो के बारे में पूछा गया. इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैंने इसे कई बार देखा और मुझे लगता है कि मैं इससे भी बेहतर कर सकता हूं. मुझे उम्मीद है कि एक दिन मैं अपनी इस क्षमता का प्रदर्शन कर पाऊंगा. कहीं ना कहीं अरशद नदीम को इससे ज्यादा बेहतर थ्रो की उम्मीद थी.

Neeraj Chopra Arshad Nadeem…!!!!
– Two best friends forever. pic.twitter.com/Q35mPYU9yn
— Johns. (@CricCrazyJohns) August 10, 2024

जैवलिन थ्रो में होगी क्रिकेट जैसी टक्कर?
दूसरी और नीरज चोपड़ा से जब पूछा गया कि क्या दोनों की सफलता से भारत और पाकिस्तान दोनों में एथलेटिक्स लोकप्रिय होगी तो उन्होंने कहा, ‘यह पहले से ही बहुत बढ़ चुकी है. हम पहले से ही भारत में अधिक प्रतिभाशाली भाला फेंक एथलीट देख रहे हैं. पाकिस्तान में भी यही हो रहा है. जब हम पिछले साल एशियाई खेलों में गए, अरशद घुटने की चोट के कारण हिस्सा नहीं ले सके थे तो उनकी जगह खेलने आए यासिर सुल्तान ने बहुत अच्छे थ्रो फेंके.अरशद का मेडल और ज्यादा बच्चों को प्रेरित करेगा जो बहुत बढ़िया है.
वहीं, यह पूछने पर कि क्या भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता क्रिकेट से हटकर भाला फेंक में बदल जाएगी तो इस पर नीरज ने कहा, ‘यह तभी संभव होगा जब हमारे पास क्रिकेट की तरह काफी कॉम्पिटिशन हों. हमारे पास दो बड़ी कॉम्पिटिशन हैं. चार साल में ओलंपिक और दो साल में वर्ल्ड चैंपियनशिप. अगर ज्यादा कॉम्पिटिशन होते तो ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देखेंगे जैसे डायमंड लीग और कुछ अन्य कॉम्पिटिशन को देखते हैं.

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