गौतम अडानी की सबसे बड़ी कंपनी ने किया धमाका, 8 साल बाद बना ऐसा रिकॉर्ड
हिंडनबर्ग रिसर्च के भूत के बाद गौतम अडानी फुल फॉर्म में आ गए हैं. कभी क्यूआईपी के जरिए तो कभी स्टेक सेल के माध्यम से फंड रेज कर रहे हैं. अब उन्होंने एक ऐसे तरीके से फंड रेज कर रहे है, जिससे करीब 8 साल से किसी ने नहीं किया. जी हां, अडानी इंटरप्राइजेज ने अपना रिटेल बॉन्ड लॉन्च किया है. करीब 8 साल के बाद किसी नॉन फाइनेंस कंपनी का रिटेल बॉन्ड आया है. खास बात तो ये है कि पहले ही दिन कंपनी का बॉन्ड फुली सब्सक्राइब हो गया है. अडानी की कंपनी का ये बॉन्ड निवेशकों फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा कमाई कराने की गारंटी दे रहा है. रिपोर्ट के अनुसार इस रिटेल बॉन्ड से निवेशकों को करीब 10 फीसदी का रिटर्न मिलेगा. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर अडानी इंटरप्राइजेज के बॉन्ड को लेकर किस तरह के आंकड़ें देखने को मिल रहे हैं?
करीब 20 महीने के बाद पहला रिटेल इश्यू
शेयर बाजार से मिली जानकारी के अनुसार अडानी एंटरप्राइजेज का पहला रिटेल बॉन्ड बुधवार को लॉन्च के समय पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया. खास बात तो ये है कि हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से अब तक गौतम अडानी ने इंस्टीट्यूशनल निवेशकों से पैसा जुटाया है. जनवरी 2023 के बाद अडानी का ये पहला ऐसा प्रयास है, जो आम निवेशकों से पैसा जुटाने के लिए किया जा रहा है. अडानी ग्रुप का ये बॉन्ड सफल हो जाता है जोकि दिख रहा है, तो आने वाले दिनों में गौतम अडानी रिटेल निवेशकों के लिए कमाई के और भी ज्यादा ऑफर लेकर आ सकते हैं. उससे पहले हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में अडानी ग्रुप अकाउंटिंग फ्रॉड और शेयरों में हेरफेर का आरोप लगाया गया था. जिनका जिनका अडानी ने बार-बार खंडन किया है. बावजूद इसके उस समय ग्रुप कंपनियों के मार्केट कैप में 150 अरब डॉलर की गिरावट आ गई थी.
इन कंपनियों ने भी किया फंड रेज
ग्रुप की 10 कंपनियों को काफी अच्छा खासा नुकसान हुआ था. उसके बाद से कंपनियों के शेयरों में रिकवरी देखने को मिली है. अधिकतर कंपनियां प्री हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के लेवल को भी पार कर गई हैं. जिसकी वजह से अडानी एक बार फिर से कैपिटल मार्केट की ओर रुख करने की कोशिश कर रहे हैं. वैसे बॉन्ड लॉन्च और उसके फुली सब्सक्राइब्ड होने के बाद अडानी एंटरप्राइजेज की ओर से कोई ऑफिशियल बयान नहीं आया है. अडानी एंटरप्राइजेज ने बॉन्ड सेल से 800 करोड़ रुपए (95.32 मिलियन डॉलर) तक जुटाने की योजना बनाई है, जिसमें 400 करोड़ रुपए का ग्रीनशू ऑप्शन भी शामिल है, और शाम 5:00 बजे तक ग्रीनशू को 717 करोड़ रुपए की बिड मिल चुकी थी. रिपोर्ट के अनुसार ऐसा रिटेल बॉन्ड काफी रेयर है, अडानी एंटरप्राइजेज 2016 के बाद से बॉन्ड जारी करने वाली पहली नॉन-फाइनेंस कंपनी है.
1 बिलियन डॉलर का भी बनाया प्लान
जुलाई में अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने क्यूआईपी शेयर सेल्स के माध्यम से 1 बिलियन डॉलर जुटाए. रॉयटर्स ने बताया कि अडानी एंटरप्राइजेज 1 बिलियन डॉलर की शेयर सेल्स की भी योजना बना रही है. इसमें शामिल एक बैंकर ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, डिमांढड हमारी अपेक्षा के अनुरूप है और यह खुदरा निवेशकों के साथ-साथ हाई नेटवर्थ वाले व्यक्तियों से आई है, जो प्राइमरी टारगेटिड ऑडियंस थे. केयरएज द्वारा ए+ रेटिंग वाला यह इश्यू 17 सितंबर को बंद होगा. अडानी एंटरप्राइजेज के साथ-साथ बैंकर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, जिनके माध्यम से रिटेल निवेशक इन बांडों की सब्सक्रिप्शन लेते हैं, ने वेबिनार और सोशल मीडिया के माध्यम से इस इस इश्यू की मार्केटिंग की है. बांड 24 महीने से 60 महीने तक की मैच्योरिटी पीरियड के आधार पर 9.25 फीसदी और 9.9 फीसदी के बीच रिटर्न देने की गारंटी दे रहा है.