चंपई पर निगरानी रखी गई, 2 महीने में देंगे जवाब… असम CM हिमंता बिस्वा सरमा का बड़ा दावा
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बीजेपी में शामिल हो गए हैं, लेकिन उनको लेकर सियासत अभी भी गरम है. असम के मुख्यमंत्री और झारखंड बीजेपी चुनाव सह-प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने चंपई सोरेन को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री पर उनकी ही सरकार ने छह महीने तक निगरानी रखी थी. इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाले ‘भ्रष्ट’ गठबंधन को दो महीने बाद करारा जवाब मिलेगा.
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की ओर से यह आरोप चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल करने वाले एक कार्यक्रम में लगाया गया. चंपई सोरेन ने 28 अगस्त को झारखंड मुक्ति मोर्चा से इस्तीफा देते हुए बीजेपी में शामिल हो गए. माना जाता है कि चंपई सोरेन को बीजेपी में लाने के पीछे हिमंता बिस्वा सरमा का अहम योगदान है. इसलिए जब चंपई सोरेन दूसरी बार दिल्ली आए थे तो हिमंता बिस्वा सरमा की मौजूदगी में उनकी मुलाकात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से हुई थी.
हिमंता बिस्वा सरमा का क्या है दावा?
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की पुलिस ने छह महीने तक चंपई सोरेन पर निगरानी रखी. मैंने कभी किसी मुख्यमंत्री के साथ ऐसा होते हुए नहीं सुना. मैं आपको (मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन) चेतावनी देता हूं कि हम दो महीने बाद आपको करार जवाब देंगे. झारखंड में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. माना जा रहा है कि अगले एक दो महीने में चुनाव आयोग तारीखों की घोषणा कर सकता है.
‘झामुमो ने चंपई सोरेन जैसे नेता को भी नहीं बख्शा’
हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड की मौजूदा सरकार को भ्रष्ट बताते हुए कहा कि चंपई सोरेन जैसे कद्दावर नेता को भी नहीं बख्शा, जो झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के करीबी थे. फिलहाल असम के मुख्यमंत्री के बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है.
इससे पहले असम के सीएम ने कहा था कि झारखंड की वर्तमान सरकार ने राज्य की जो स्थिति बना दी है, चंपई सोरेन जैसा हर व्यक्ति जो झारखंड को प्यार करता है वो बीजेपी सरकार लाना चाहता है. मैं झारखंड के लोगों की भावनाएं समझ रहा हूं. चंपई सोरेन के साथ-साथ झारखंड के लोगों का विश्वास टूट चुका है.