चांदीपुरा वायरस के बाद अब माल्टा फीवर का खतरा, क्या है ये बीमारी, कैसे होते हैं लक्षण?
गुजरात में अभी चांदीपुरा वायरस के मामले थमे नहीं है. इस बीच इस राज्य में एक स्टडी की गई है. जिसमें पता चला है की भविष्य में किन बीमारियों का खतरा हो सकता है. सेंटर फॉर वन हेल्थ एजुकेशन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट द्वारा बुलाई गई बैठक में यह आंकलन किया गया है. एक स्टडी (ओएचआरएडी) के जरिए यह जानने की कोशिश की गई है कि जानवरों और बैक्टीरिया से किस तरह की बीमारियों का खतरा हो सकता है. इसमें पता चला है की गुजरात में माल्टा फीवर, रैबिज का संदिग्ध खतरा है. हालांकि राज्य में फिलहाल माल्टा बुखार के कोई मामले नहीं आए हैं.
माल्टा बुखार क्या है ये क्यों होता है और यह कैसे फैलता है. इस बारे में जानते हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं की माल्टा बुखार कोब्रुसेलोसिस कहते हैं, यह एक बीमारी है जो ब्रुसेला बैक्टीरिया की वजह से होती है. संक्रमित जानवरा का दूध पीने, बिना पाश्चुरीकृत किए दूध उत्पाद खाने और संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से ब्रुसेलोसिस हो जाता है.
किसे होता है खतरा?
जो पशुचिकित्सक हैं या जानवरों के साथ रहते हैं
डेयरी फार्म में काम करने वाले लोग
बूचड़खाने में काम करने वाले लोग
कच्चा मांस या बिना पाश्चुरीकृत दूध उत्पाद खाने वाले लोग
ब्रुसेलोसिस इंसान में कैसे फैलता है
राजस्थान पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय में डॉ आर रावत बताते हैं की ब्रूसेला, बैक्टीरिया आपके मुंह, नाक और स्किन के जरिए इंसानों के शरीर में जाता है. जब कोई व्यक्ति इन जानवरों के शरीर के किसी तरल पदार्थ को छूता है तो ब्रुसेला उसकी त्वचा में दरारों के माध्यम से या नाक और मुंह के माध्यम से आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है. यह बैक्टीरिया लिम्फ नोड्स में पहुंच जाता है जहां यह धीरे-धीरे बढ़ता है. वहां से, यह आपके हार्ट, लिवर और हड्डियों तक जा सकता है.
यह बैक्टीरिया शरीर के किसी भी हिस्से पर हमला कर सकता है. अगर कोई गाय या भैंस इस वायरस से संक्रमित है और इंसान उसके नजदीक के संपर्क में आ जाता है तो ब्रूसेला बैक्टीरिया इंसान में फैलता है. गाय भैस के अलावा बकरियाँ, सूअर, हिरन, मूस, भेड़ भी इस बैक्टीरिया के फैलने का कारण बन सकते हैं.
लक्षण क्या हैं
बुखार
पसीना आना
जोड़ों का दर्द
वजन घटना
सिरदर्द
पेट में दर्द
भूख न लगना या पेट ख़राब होना
माल्टा बुखार से बचाव कैसे करें
बिना पाश्चुरीकृत दूध न पीएं
जानवरों के पास जाने से पहले मास्क और दस्तानें पहनें
मांस को सुरक्षित तापमान पर पकाएं और हमेशा अपने हाथ और भोजन तैयार करने के लिए उपयोग की जाने वाली सतहों और बर्तनों को धोएं
कोई जानवर संक्रमित लग रहा है तो उसके पास न जाएं
ब्रुसेलोसिस का इलाज कैसे किया जाता है?
इसके लिए डॉक्टर आपको कम दो प्रकार के एंटीबायोटिक दवाएं देगा. आपको उन्हें कम से कम छह से आठ सप्ताह तक लेना होगा. अगर लक्षण ज्यादा गंभीर हैं तो लक्षणों के आधार पर इलाज किया जाएगा.