चारों ओर से घिरा ताइवान…क्या 2.50 करोड़ आबादी वाले मुल्क पर कब्जे की तैयारी में है चीन
चीन चारों ओर से ताइवान को घेरने की कोशिश में लगा है. इसी बीच चीन अपने सैनिकों को तैरने और ताइवान स्ट्रेट को पार करने के लिए एक तरह का विशेष प्रशिक्षण दे रहा है. ये ताइवान स्ट्रेट ही ताइवान द्वीप को मुख्य भूमि चीन के दक्षिण-पूर्वी तट से अलग करता है. पीएलए की 72वीं आर्मी ग्राउंड फोर्सेज आर्मी ईस्टर्न कमांड के सैन्य कर्मियों के लिए भी समुद्री नेविगेशन का भी प्रशिक्षण दिया गया.
चीन इस समय ताइवान तक पहुंचने की सभी संभावनाओं के लिए तैयारी कर रहा है. चीन हमेशा से दावा करता आया है कि ताइवान उसका अपना क्षेत्र है और आवश्यक हुआ तो वह बलपूर्वक उस पर कब्जा कर सकता है. चीन और ताइवान के बीच सीधी उड़ानें संचालित हैं. हालांकि, ताइवान पर आर्थिक दबाव बनाने के लिए इस द्वीप पर चीन ने पर्यटन को प्रतिबंधित कर दिया है. बड़ी संख्या में ताइवान के लोग चीन में रहते हैं या व्यापार करते हैं. कई लोग पर्यटन या पारिवारिक यात्राओं के लिए भी हर साल चीन जाते हैं.
ताइवान को चारो ओर से घेर रहा चीन
अमूमन जब भी किसी ताकतवर देश ने अपना साम्राज्य विस्तार करने की कोशिश की है तो जंग हुई है. कई बार ये जंग दो देशों की सरहद से निकलकर विश्वयुद्ध में भी तब्दील हुई है. हाल ही में चीन भी कुछ ऐसा ही कर रहा है. चीन की मिलिट्री हो या फिर नेवी या एयरफोर्स, सबने ताइवान को घेर कर रखा है और बीच बीच में मिलिट्री एक्सरसाइज करता रहता है. ताइवान इसकी वजह से डरा हुआ है. वह अपने लोगो से ही सजगता से रहने की अपील कर रहा है.
नागरिकों से की अपील
चीन लगातार ताइवान को सैन्य अभ्यास की धमकी देता रहा है. बता दें, ताइवान के चारों ओर युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों की हर दिन तैनाती करता है. चीन की बढ़ती धमकियों के बीच ताइवान ने अपने नागरिकों से बृहस्पतिवार को एक अपील भी की है. ताईवान के मुख्यभूमि मामलों के परिषद प्रवक्ता और इसके उप प्रमुख लियांग वेन-चेह ने कहा था कि जो लोग काम के सिलसिले में चीन की यात्रा कर रहे हैं. उन्हें राजनीतिक राय व्यक्त नहीं करनी चाहिए या किताबें नहीं ले जानी चाहिए या ऐसे विषयों पर ऑनलाइन पोस्ट नहीं करना चाहिए जिसको आधार बनाकर सत्तावादी कम्युनिस्ट पार्टी उन्हें हिरासत में ले या उन पर मुकदमा चलाए.