चीन के बाद लीबिया सस्ता करेगा पेट्रोल और डीजल! दुनिया को मिली ये गुड न्यूज

पेट्रोल और डीजल की कीमत में आने वाले दिनों में गिरावट देखने को मिल सकती है. इसका प्रमुख कारण कच्चे तेल की कीमतें 9 महीने के लोअर लेवल पर पर पहुंच गई है. खाड़ी देशों का तेल 74 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी तेल के दाम 70 डॉलर के करीब पहुंच गए हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार लीबिया के ऑयल प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट को रोकने वाले विवाद को हल करने वाला समझौत हो सकता है.
इस रिपोर्ट के बाद कच्चे तेल की कीमतें 5 फीसदी तक गिरई है. खास बात तो ये है कि कच्चे तेल की कीमतें इंटनेशनल मार्केट में 9 महीने के लोअर लेवल पर पहुंच गई हैं. इससे पहले कच्चे तेल में कटौती का प्रमुख कारण चीन की ओर से डिमांड में कमी थी. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में कच्चे तेल के दाम कितने हो गए हैं. इसका असर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में किस तरह से देखने को मिल सकता है.
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार कच्चे तेल की कीमतों में 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. आंकड़ों के अनुसार भारतीय समय के अनुसार देर रात 11 बजे खाड़ी देशों का तेल ब्रेंट क्रूड 4.95 फीसदी की गिरावट के साथ 73.68 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है. खास बात तो ये है कि ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत में 15 अगस्त के बाद से 9 फीसदी से ज्यादा टूट चुकी है. 15 अगस्त के दिन ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 81 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा देखने को मिल रहे थे.
वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में भी काफी गिरावट देखने को मिल रही है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार कीमतें 70.31 डॉलर प्रति बैरल पर देखने को मिल रही है. अमेरिकी तेल डब्ल्यूटीआई की कीमत में 15 अगस्त के बाद से काफी इजाफा देखने को मिल चुका है. आंकड़ों के अनुसार 15 अगस्त के दिन अमेरिकी तेल के दाम 78 डॉलर से ज्यादा थे. इसका मतलब है कि कीमतों में 8 डॉलर की गिरावट यानी 10 फीसदी से ज्यादा दाम गिर चुके हैं.
लीबिया में समझौता होने के बने आसार
लीबिया में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएसएमआईएल) ने सोमवार को कहा कि संकट को सुलझाने में मदद के लिए त्रिपोली में बातचीत के बाद प्रतिद्वंद्वी लीबियाई गुटों के बीच “महत्वपूर्ण” समझ बनी है. यूएनएसएमआईएल ने कहा कि दोनों पक्ष मंगलवार को समझौते को अंतिम रूप देने और हस्ताक्षर करने के लक्ष्य के साथ एक मसौदा समझौते की समीक्षा करने पर सहमत हुए. ब्लूमबर्ग ने मंगलवार को बताया कि लीबिया के केंद्रीय बैंक के गवर्नर सादिक अल-कबीर ने कहा कि विवाद को सुलझाने और तेल उत्पादन को फिर से शुरू करने के लिए एक समझौते पर आपसी सहमति बनती हुई दिखाई दे रही है.
छह इंजीनियर्स ने रॉयटर्स को बताया कि लीबिया के प्रमुख बंदरगाहों पर तेल निर्यात सोमवार को रोक दिया गया और पूरे देश में उत्पादन कम कर दिया गया, जिससे केंद्रीय बैंक और तेल रेवेन्यू पर कंट्रोल को लेकर प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक गुटों के बीच गतिरोध जारी है. लीबिया के नेशनल ऑयल कॉर्प (एनओसी) ने 2 सितंबर से अपने एल फील तेल सेक्टर पर अप्रत्याशित घटना की घोषणा की. एनओसी ने कहा कि 28 अगस्त तक कुल उत्पादन गिरकर 591,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) से थोड़ा अधिक हो गया था, जो 26 अगस्त को लगभग 959,000 बैरल प्रतिदिन था. कंपनी ने कहा कि 20 जुलाई को उत्पादन लगभग 1.28 मिलियन बीपीडी था.
चीन की वजह से भी गिरी थी कीमतें
चीनी आर्थिक आंकड़ों के कारण कीमतों में पहले से ही गिरावट देखने को मिल रही थी. अब लीबिया की खबर ने कीमतों में और भी गिरावट को बढ़ा दिया है. ब्रोकरेज एक्सएम के सीनियर एनालिस्ट चारलाम्पोस पिसौरोस ने कहा कि वीकेंड में उम्मीद से कमजोर चीनी मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई ने चीनी इकोनॉमी के प्रदर्शन के बारे में चिंताओं को बढ़ा दिया है. चीन ने सोमवार को बताया कि जुलाई में आठ महीनों में पहली बार नए निर्यात ऑर्डर में गिरावट आई और अगस्त में नए घरों की कीमतें इस साल की सबसे कमजोर गति से बढ़ीं.
क्या भारत में सस्ता होगा पेट्रोल?
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों का असर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में देखने को मिलता है. खास बात तो ये है कि देश 85 फीसदी कच्चा तेल इंपोर्ट करता है. यही वजह है कि अगर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत गिरती है तो भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में गिरावट देखने को मिलती है. जानकारों की मानें तो कीमतें 74 डॉलर से नीचे आ चुकी हैं. कीमतें 9 महीने के लोअर लेवल पर हैं. ऐसे में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 5 रुपए की कटौती कर देनी चाहिए;
नहीं बदले पेट्रोल और डीजल के दाम
देश के चारों महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने नहीं मिला है. 03 अगस्त को को वो ही दाम दिखाई दे रहे हैं. जो दो रुपए की कटौती के बाद 15 मार्च को थे. उससे पहले सरकार ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए की कटौती का ऐलान किया था. बीते वित्त वर्ष के तिमाही नतीजों में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को मोटा मुनाफा हुआ था. आंकड़ों के अनुसार मुनाफा बढ़कर 90 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया है. इससे पहले कभी भी इस तरह के आंकड़ें देखने को नहीं मिले हैं.
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम

नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 94.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.62 रुपए प्रति लीटर
कोलकाता: पेट्रोल रेट: 103.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.76 रुपए प्रति लीटर
मुंबई: पेट्रोल रेट: 104.21 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.15 रुपए प्रति लीटर
चेन्नई: पेट्रोल रेट: 100.75 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.34 रुपए प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 102.86 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 88.94 रुपए प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 82.40 रुपए प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 95.19 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 88.05 रुपए प्रति लीटर
लखनऊ: पेट्रोल रेट: 94.65 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.76 रुपए प्रति लीटर
नोएडा: पेट्रोल रेट: 94.83 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.96 रुपए प्रति लीटर

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