चीन को लेकर आई इस रिपोर्ट ने बढ़ाई भारत की टेंशन, 5 महीने से लगातार हो रहा ये काम
चीन के निर्यात में लगातार पांचवें महीने वृद्धि दर्ज की गई, जो विदेशों में बढ़ती मांग का संकेत है. हालांकि, धीमी होती चीनी अर्थव्यवस्था के बीच आयात में गिरावट आई है. चीन के सीमा शुल्क कार्यालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में निर्यात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 8.7 प्रतिशत बढ़कर 308.65 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया. यह अर्थशास्त्रियों के करीब 6.5 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है. जुलाई में निर्यात सात प्रतिशत की दर से बढ़ा था.
अगस्त ने तोड़ा रिकॉर्ड
अगस्त में यह आंकड़ा 18 महीने में सबसे मजबूत है. इसकी बड़ी वजह अगस्त 2023 में कम आधार है, जब निर्यात में 8.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी. तुलनात्मक रूप से, एक साल पहले की तुलना में आयात में केवल 0.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई. यह अर्थशास्त्रियों द्वारा लगाए गए करीब दो प्रतिशत के अनुमान से कम है.
कैपिटल इकोनॉमिक्स के जिचुन हुआंग ने कहा कि निर्यात मूल्य पिछले 17 महीने में सबसे तेज गति से बढ़े हैं. निर्यात की मात्रा रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है. हमें उम्मीद है कि निकट भविष्य में निर्यात मजबूत रहेगा, जिसे चीन की वास्तविक प्रभावी विनिमय दर में गिरावट से समर्थन मिल रहा है. चीन का व्यापार अधिशेष अगस्त में बढ़कर 91.02 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो जुलाई में 84.65 अरब अमेरिकी डॉलर था. निर्यात की मांग बढ़ रही है, लेकिन चीन घरेलू मांग को बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहा है.
क्या कहती है रिपोर्ट?
सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक अगस्त में 0.6 प्रतिशत बढ़ा, जो पूर्वानुमानों से कम है. अधिकारियों ने खराब मौसम के कारण खाद्य कीमतों में वृद्धि को उच्च सीपीआई का कारण बताया. हालांकि मुख्य सीपीआई (जिसमें खाद्य व ऊर्जा की कीमतें शामिल नहीं हैं) अगस्त में केवल 0.3 प्रतिशत बढ़ा, जो तीन वर्षों में सबसे कम है. फैक्टरी प्रबंधकों के एक आधिकारिक सर्वेक्षण के अनुसार अगस्त में चीन की विनिर्माण गतिविधि छह महीने के निचले स्तर पर आ गई, पिछले सप्ताह जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार क्रय प्रबंधक सूचकांक 49.1 पर आ गया. 50 से नीचे का आंकड़ा मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि में कमी को दिखाता है.