चुनावी नतीजों के बाद चला ‘मोदी मैजिक’, निवेशकों ने हर मिनट कमाए 127 करोड़
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के दिन शेयर बाजार में काफीबड़ी गिरावट देखने को मिली थी. जिस तरह के नतीजे आए थे, लग रहा था कि बाजार में गिरावट जारी रहेगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सेंसेक्स और निफ्टी सिर्फ रिकॉर्ड लेवल पर ही नहीं पहुंचे, बल्कि 80 हजार और 24,300 अंकों के लेवल को पार कर इतिहास रच दिया. बीएसई का मार्केट कैप 450 लाख करोड़ के करीब पहुंच गया है. वहीं निवेशकों की कमाई में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. कुछ लोग तो इसे मोदी मैजिक का ही नाम दे रहे हैं.
जानकारों का मानना है कि पीएम नरेंद्र मोदी के एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनने से शेयर बाजार को देश में पॉलिटिकल स्टेबिलिटी के संकेत मिल रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बाजार को ये भी संकेत मिले हैं, जिस तरह की इकोनॉमिक पॉलिजीस बीते 10 बरस से देखने को मिल रही थी, वो भी कायम रहेंगी. जिससे देश की इकोनॉमी को रफ्तार मिलती रहेगी. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बीते एक महीने यानी चुनावी नतीजों के बाद शेयर बाजार में किस तरह की ग्रोथ देखने को मिली है.
सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त तेजी
पहले बात सेंसेक्स की करें तो चुनाव के नतीजों के बाद सेंसेक्स में करीब 11 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. 4 जून को सेंसेक्स 72,079.35 अंकों पर बंद हुआ था. 5 जुलाई को सेंसेक्स 79,996.60 अंकों पर बंद हुआ. इसका मतलब है कि सेंसेक्स में 7,917.25 अंकों का इजाफा देखने को मिला है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी में 11.15 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. आंकड़ों के अनुसार 4 जून को निफ्टी 21,884.50 अंकों पर बंद हुआ था. 5 जुलाई को निफ्टी 24,323.85 अंकों पर आ चुका है. इसका मतलब है कि दस दौरान निफ्टी में 2,439.35 अंकों की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
निवेशकों को हुई मोटी कमाई
वहीं इस दौरान निवेशकों की भी काफी मोटी कमाई हुई है. निवेशकों की कमाई बीएसई के मार्केट कैप से जुड़ी हुई होती है. 4 जून को बीएसई का मार्केट कैप 3,94,83,705.27 करोड़ रुपए था, जोकि 5 जुलाई को 4,49,88,985.87 करोड़ रुपए पर पहुंच चुका है. इसका मतलब है कि निवेशकों को इस एक महीने में 55,05,280.6 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है. अगर इसे प्रति मिनट के हिसाब से देखा जाए तो निवेशकों ने हर एक मिनट में 127 करोड़ रुपए की कमाई की है.
देश की टॉप 10 कंपनियों की स्थिति
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 18,90,097.69 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 21,51,562.56 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 2,61,464.87 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 13,44,408.96 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 14,51,739.53 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 1,07,330.57 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश के सबसे बड़े प्राइवेट लेंडर एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 11,28,094.33 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 12,53,894.64 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 1,25,800.31 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 5,78,958.85 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 6,83,922.13 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 1,04,963.28 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश की सबसे बड़ी लिस्टिड टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 7,43,569.48 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 8,13,794.86 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 70,225.38 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश का दूसरा सबसे बड़ा लेंडर आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 7,55,123.74 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 8,67,878.66 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 1,12,754.92 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश का सबसे बड़ा लेंडर एसबीआई का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 6,91,835.91 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 7,67,561.25 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 75,725.34 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 5,85,536.66 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 6,42,524.89 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 56,988.23 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश की बड़ी कंपनियों में शुमार आईटीसी का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 5,18,615.33 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 5,41,399.95 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 22,784.62 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.
देश की सबसे बड़ी कंपनी का मार्केट कैप 4 जून को बाजार बंद होने के बाद 5,86,504.97 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 5,98,487.89 करोड़ रुपए हो गया है. इसका मतलब है कि एक महीने में मार्केट कैप में 11,982.92 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है.