चुनाव 2024: राजनीति के बेघर क्षत्रप, जिन्होंने जीत लिया सियासी रण

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सामने आ गए हैं. चुनाव में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी बहुमत से चूक गई है, लेकिन उसकी अगुवाई वाले एनडीए पूर्ण बहुमत को हासिल करने में कामयाब रहा है. चुनाव में बीजेपी को 240 सीटों पर जीत मिली है जबकि एनडीए के हिस्से में 292 सीटें आईं हैं. वहीं, विपक्षी इंडिया गठबंधन का भी चुनाव में धमाकेदार प्रदर्शन देखने को मिला है. हालांकि, इंडिया गठबंधन बहुमत के आंकड़े को छू नहीं पाया है. इस बार के चुनाव में राजनीति के कई ऐसे बेघर क्षत्रप रहे जिन्होंने चुनाव का रण जीत लिया है.
लोकसभा चुनाव से पहले राजनीति के कई बड़े नेता बेघर नजर आए. इनमें से महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सबसे बड़े और पहले नाम थे. शिवसेना में दो फाड़ होने की वजह से कई नेता उनसे दूर चले गए अंत में उनकी पार्टी भी उनके हाथ से निकल गई. कुछ ऐसा ही एनसीपी पवार के गुट के मुखिया शरद पवार के साथ भी हुआ. पहले उनके भतीजे अजित पवार ने साथ छोड़ा. बाद में एनसीपी भी टूट गई. अंत में शरद पवार दूसरे चुनाव चिह्न के साथ चुनावी मैदान में उतरे.
महाराष्ट्र के दोनों क्षत्रप हिट
इस बार के चुनाव में महाराष्ट्र के इन दोनों क्षत्रप नेताओं के प्रदर्शन को नकारा नहीं जा सकता है. महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों की बात करें तो यहां एनडीए को मात्र 17 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि 2019 के चुनाव में यह आंकड़ा 41 था. इस बार के चुनाव में एनडीए की अगुवा बीजेपी को मात्र 9 सीटें मिली हैं. मतलब पिछली बार की तुलना में इस बार उसे 14 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है. चुनाव में मराठा क्षत्रप कहे जाने वाले शरद पवार की पार्टी को 8 सीटों पर जीत मिली है. चुनाव में एनसीपी पवार गुट 10 सीटों पर मैदान में थी. इस तरह से देखें तो 10 में से पर उसे जीत मिली है. मतलब प्रदर्शन शानदार रहा है.
वोट प्रतिशत के मामले में भी बीस
वोट प्रतिशत की बात करें तो एनसीपी शरद पवार गुट को 10 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं. वहीं, बागी एनसीपी अजित पवार गुट को ठीक से 4 फीसदी वोट भी नहीं मिल पाए हैं. अजित पवार गुट का ये हाल तब हुआ जब वो महाराष्ट्र की सत्ता में हैं और सरकार में डिप्टी सीएम हैं. पवार गुट ने बारामती की हाई प्रोफाइल सीट भी जीत ली है. पवार गुट की नेता सुप्रिया सुले ने अजित पवार की गुट नेता सुनेत्रा पवार को करीब डेढ़ लाख के अंतर से मात दी है.
चुनाव में उद्धव गुट ने भी दिखाई अपनी ताकत
इसी तरह से उद्धव गुट की शिवसेना भी है. चुनाव से पहले पूरी तरह से बिखरी नजर आ रही उद्धव गुट की शिवसेना महाराष्ट्र में 9 सीट जीतने में सफल रही है. इस बार के चुनाव में वो 21 सीटों पर मैदान में थी. चुनाव से पहले जिस उद्धव गुट की शिवसेना को कुछ राजनीतिक दल बिखरी हुई पार्टी बता रहे थे अब उन्हें उसी के हाथों हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव में शिवसेना उद्धव गुट का प्रदर्शन तो शानदार रहा है ही साथ ही साथ वोट प्रतिशत में भी वो बागी गुट से आगे नजर आई है. चुनाव में उद्धव गुट को 16 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं जबकि बागी शिंदे गुट को करीब 13 फीसदी वोट मिले हैं.
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों की बात करें तो इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस को 13 सीटों पर जीत मिली है. दूसरे नंबर पर बीजेपी है जिसके खाते में मात्र 9 सीटें आई हैं. वहीं, शिवसेना शिंदे गुट को 7 सीटों पर जीत मिली है. इस तरह से देखें तो राज्य के बेघर हो चुके क्षत्रपों ने चुनावी रण को अपने नाम कर लिया है.

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