चेहरे पर खुशी-आंखों में आंसू… 8 महीने बाद अपनों से ऐसे मिले इजराइली बंधक, आपबीती भी बताई

हमास की कैद से रिहा कराए गए चार बंधकों को शनिवार को रमत गण के शेबा मेडिकल सेंटर में परिजनों से मिलाया गया. 8 महीनों बाद अपने परिवार और दोस्तों से मिलने की बंधकों तस्वीरें बहुत ही भावुक और आंखें नम करने वाली है. अपनों को सही सलामत वापस देख बंधकों के प्रियजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है और वे इजराइल सेना की तारीफ करते थक नहीं रहे हैं.
पिछले 8 महीनों में इजराइल सेना ने ऐसे 3 और ऑपरेशन करने का प्रयास किया था, लेकिन सबसे सफल ऑपरेशन अरनोन ही रहा है, जिसमें 4 बंधक नोआ अरगामनी, अल्मोग मीर जान, एंड्री कोजलोव और श्लोमी जिव को हमास की कैद से छुड़ा कर वापस इजराइल लाया गया है.
इजराइल सेना जैसी कोई सेना नहीं
IDF द्वारा जारी किए गए फुटेज में, नोआ के पिता याकोव अर्गामानी ने अपनी बेटी को बचाने के लिए इजराइल सेना का धन्यवाद किया. अपनी बेटी को गले लगाते हुए और एक नकाबपोश सैनिक के बगल में खड़े होकर, जो संभवतः ऑपरेशन में शामिल था, उन्होंने कहा, “दुनिया में इजराइल सेना जैसी कोई सेना नहीं है.
दूसरी फुटेज में कोज़लोव ये कहते हुए दिख रहे हैं कि उन्हें बंधकों की रिहाई के लिए साप्ताहिक शनिवार शाम के प्रदर्शनों के बारे में पता था. बाद में उन्हें बचाए गए साथी बंधक मीर जान को गले लगाते हुए देखा गया. तस्वीरों में दोनों ही डॉक्टर और परिजनों से घिरे हुए हैं.
अपने दोस्तों से मिल झूम उठे जान
शाम को जान को उनके दोस्तों से मिलाया गया. वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि वे हाथों को फैलाए हुए अपने दोस्तों की तरफ आ रहे हैं, उन्हें देख उनके दोस्त भी उनकी तरफ लपक पड़ते हैं. वे खुशी से तालियां बजाते हैं और फिर उसे गले लगाने के लिए दौड़ पड़ते हैं, नारे लगाते हैं कि वह हम में से एक है और हम उसे नहीं छोड़ेंगे!

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