जब गुलजार ने उठाया राखी पर हाथ, पत्नी के एक सावल से गुस्से से तमतमा उठे थे दिग्गज राइटर
मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है… आज भी गुलजार का लिखा हुआ ये गाना अगर सुन लिया जाए तो मन खुश हो जाता है. शायरी हो या फिर गाने गुलजार मोहब्बत को जिस तरह से उसे अपने शब्दों में पिरोते हैं वो लोगों के दिल में ऐसे उतर जाते हैं कि उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. गुलजार अपनी शायरी के साथ-साथ पर्सनल लाइफ को लेकर काफी सुर्खियों में रहे हैं. गुलजार की पर्सनल लाइफ खट्टे-मीठे अनुभवों से भरी हुई है.
गुलजार 18 अगस्त को अपना 90वां जन्मदिन मना रहे हैं. गुलजार का पूरा नाम संपूर्ण सिंह कालरा है. उनका जन्म पाकिस्तान के पंजाब के झेलम जिले के दीना गांव में हुआ था. हालांकि बंटवारे के बाद उनका परिवार भारत आ गया, लेकिन गुलजार ने कभी ये नहीं सोचा था कि वो कभी मुंबई में आकर एक बड़ा नाम कमाएंगे. बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक उनके कलम की शोहरत पहुंची. इस चकाचौंध की दुनिया में गुलजार ने हर शोहरत कमाई, लेकिन मोहब्बत के भावों को खूबसूरत लफ्जों में बांधने वाले गुलजार खुद पत्नी से अलग रहने के दर्द से गुजरे हैं.
टूट गई थी शादी
गुलजार ने अपने से 13 साल छोटी उम्र की राखी से शादी की थी. दोनों की मुलाकात राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म ‘जीवन-मृत्यु’ के सेट पर हुई थी. 1970 के दशक में गुलजार और राखी का रिश्ता परवान चढ़ रहा था. एक-दूसरे के प्यार में पागल इस जोड़े ने 1973 में शादी कर ली, लेकिन उनका वैवाहिक जीवन ज्यादा दिनों तक नहीं चला. राखी 1974 में गुलजार से अलग हो गईं. दोनों के रिश्ते के खत्म होने की वजह थी, जिसमें से एक शर्त बताई जाती है.
क्या थी वो शर्त?
1970 के दशक में राखी और गुलजार की गिनती एक परफेक्ट कपल में होती थी. दोनों ने 15 मई 1973 को एक दूसरे को जीवनसाथी बनाया था. इसी साल 13 दिसंबर को इनके यहां बेटी मेघना गुलजार का जन्म हुआ. हालांकि मेघना गुलजार के जन्म के एक साल के अंदर ही दिसंबर 1974 में दोनों ने अलग रहना शुरू कर दिया था. कहा जाता है शादी के पहले गुलजार ने राखी के सामने ये शर्त रखी थी कि वो फिल्मों में काम नहीं करेंगी. राखी ने पहले तो इस शर्त को स्वीकार कर लिया, लेकिन उन्हें ऐसी उम्मीद थी कि शादी के बाद सब सही हो जाएगा और वो स्क्रीन पर वापसी कर लेंगी.
शादी के बाद जब राखी ने गुलजार से जब काम शुरू करने की बात कही तो उन्होंने मना कर दिया. यहां तक गुलजार अपने निर्देशन में बनने वाली फिल्मों में भी राखी को कास्ट नहीं करते थे. हालांकि, उसी दौरान यश चोपड़ा की फिल्म कभी-कभी राखी के साथ बनाना चाहते थे. यश ने राखी को फोन कर के फिल्म में काम करने के लिए पूछा, लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया. हालांकि राखी से यश ने साफ कहा कि यह फिल्म उनको ध्यान में ही रखकर लिखी गई है. ऐसे में वो मना नहीं करें. उस वक्त गुलजार फिल्म आंधी की शूटिंग के लिए कश्मीर गए हुए थे. ऐसे में फिल्म के लिए गुलजार की सहमति लेने के लिए राखी कश्मीर पहुंच गईं. फिल्म में सुचित्रा सेन और संजीव कुमार लीड रोल में थे. फिल्म के सेट पर पहुंच कर राखी को ऐसा महसूस हुआ कि गुलजार और सुचित्रा का चक्कर चल रहा है.
गुलजार ने राखी पर उठाया था हाथ
एक दिन फिल्म के सेट पर राखी शाम को पूरी कास्ट के साथ बैठी हुईं थीं. बैठक से जब सुचित्रा अपने कमरे की तरफ जाने लगीं तब संजीव ने उनका हाथ पकड़ लिया. इस दौरान संजीव काफी नशे में थे, जिसकी वजह से सुचित्रा उनकी इस हरकत से बहुत नाराज हुईं. ऐसे में हालात सुधारने के लिए गुलजार बीच में आए और सेन को उनके कमरे तक छोड़ने गए. गुलजार जब सेन को छोड़कर वापस अपने कमरे में लौटे तो राखी ने उनसे सवाल कर दिया कि क्या उनका एक्ट्रेस के साथ चक्कर चल रहा है? राखी के सवाल से गुलजार को गुस्सा आ गया और उन्होंने राखी पर हाथ उठा दिया. इस घटना के बाद राखी टूट गईं और गुलजार से अलग रहने लगीं. गुलजार से अलग होने के बाद राखी ने कई फिल्में साइन की. राखी ने 1976 की फिल्म कभी-कभी से अपने जीवन का एक नया अध्याय शुरू किया, जिसमें अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, ऋषि कपूर और नीतू सिंह थे. हालांकि, दोनों ने आज तक तलाक नहीं लिया है और अलग रहने के 46 साल बाद भी वे एक-दूसरे के लिए सहारा बने हुए हैं.
गुलजार ने एक इंटरव्यू में बताया था कि आज भी जब उनका राखी के हाथ की बनी मछली खाने का मन करता है, तो वे सबसे पहले उसे रिश्वत के तौर पर साड़ी देते हैं. उन्होंने कहा जैसे मैं पहले प्यार करता था, वैसे ही आज करता हूं. गुलजार ने बताया कि उन्होंने राखी को इतनी सारी साड़ियां गिफ्ट कर चुके हैं कि उन्हें सुंदर ढाकाई और तांत साड़ियों की पहचान पता चल गई है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि आज भी वो अपनी बेटी के बर्थडे से लेकर हर छोटे बड़े त्यौहार राखी के साथ ही मानते हैं.