जम्मू-कश्मीर चुनाव: बीजेपी ने कई पूर्व मंत्रियों को किया किनारे, निर्मल सिंह का भी टिकट कटा
बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में अपने कई बड़े नेताओं का टिकट काटकर चुनाव से किनारे कर दिया है. मंगलवार को जारी उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट में बीजेपी ने 29 उम्मीदवारों का ऐलान किया. इसमें पार्टी ने चार से अधिक सीटों पर अपने पूर्व मंत्रियों का टिकट काट दिया है. यहां तक कि पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे बीजेपी के सीनियर नेता निर्मल सिंह को भी टिकट नहीं दिया है.
बीजेपी की तीसरी सूची के मुताबिक रियासी से उम्मीदवार रहे अजय नंदा जो जम्मू कश्मीर में मंत्री भी रह चुके हैं उनका टिकट कटा है. पार्टी ने अब उनके बदले कुलदीप राज दुबे को चुनावी रण में उतारा है. वहीं, कालाकोट सुंदरबनी से बीजेपी ने पूर्व में रहे मंत्री अब्दुल गनी कोहली की किनारे कर दिया है. बीजेपी ने इस सीट पर ठाकुर रणधीर सिंह को उम्मीदवार बनाया है.
इस बार पार्टी ने अपने सीनियर नेता का भी टिकट काटा
पार्टी ने पूर्व डिप्टी सीएम और अपने सीनियर नेता निर्मल सिंह को भी टिकट नहीं दिया है. निर्मल सिंह बिलावर सीट से चुनाव लड़ते थे, लेकिन इस बार उनकी जगह पार्टी ने सतीश शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है. इसके अलावा पूर्व में मंत्री रहे बाली भगत को भी निराशा हाथ लगी है. पार्टी ने उन्हें भी टिकट नहीं दिया है. उनकी जगह जम्मू नॉर्थ से श्यामलाल शर्मा को उम्मीदवार बनाया है.
श्याम चौधरी भी टिकट की दौड़ से बाहर
इसके अलावा पूर्व मंत्री श्याम चौधरी भी सचेत गढ़ में टिकट की दौर से बाहर हो गए हैं. सचेत गढ़ अब एससी के लिए रिजर्व सीट है. ऐसे में बीजेपी ने यहां से घारू राम भगत को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी की तीसरी लिस्ट में सिर्फ एक नाम बदला है श्री माता वैष्णो देवी जो कि परिसीमन के बाद नई सीट है. यहां से रोहित दुबे के नाम की चर्चा चल रही थी, लेकिन पार्टी ने बदलेव राज शर्मा को उम्मीदवार बनाया है.
अब तक 45 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की ओर से अब तक 45 सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा हो चुकी है. पहली लिस्ट में 15 उम्मीदवार थे, दूसरी लिस्ट में 1 और अब तीसरी लिस्ट में 29 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं. बीजेपी की ताजा सूची में दूसरे चरण के चुनाव के लिए 10 उम्मीदवार और तीसरे चरण के लिए 19 उम्मीदवार हैं.
नौशेरा सीट को लेकर अभी भी संशय
बीजेपी अब तक केंद्र शासित प्रदेश की आधी सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है, लेकिन नौशेरा सीट को लेकर अभी तक संशय की स्थिति है. 2014 में इस सीट का प्रतिनिधित्व मौजूद प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना ने किया था. इसके साथ-साथ गांधीनगर से भी कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. जहां से पिछली बार पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता विधायक बने थे.