जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी जेल में होंगे या फिर जहन्नुम में… राज्यसभा में नित्यानंद राय का दिखा गुस्सा
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों को लेकर सरकार अलर्ट मोड पर है. पिछले कुछ महीनों में देखा जाए जम्मू रीजन में हमले बढ़े हैं. इसी बीच गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी या तो जेल जाएंगे या फिर जहन्नुम भेजे जाएंगे. मोदी सरकार आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 2019 में धारा 370 के निरस्त होने के बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में लगभग 900 आतंकवादियों को मार गिराया है.
नित्यानंद राय सदन की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे. इस दौरान उन्होने कहा कि सरकार आतंकवादियों के मंसूबों को सफल नहीं होने देगी. राय ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में 28 आतंकवादी मारे गए हैं और दुर्भाग्य से कुछ सुरक्षाकर्मियों की भी जान गई है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रखती है. हम आतंकवाद को खत्म करेंगे.
2014 के बाद कम हुई हैं आतंकी घटनाएं
उन्होंने कहा कि सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये सभी आतंकवादी जेल में होंगे या फिर जहन्नुम में. कुछ आकड़ों को सामने रखते हुए उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के बीच जब केंद्र में यूपीए का शासन था, तब जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की 7,217 घटनाएं हुई थीं. लेकिन 2014 में जब भाजपा सत्ता में आई तो उसने आतंकवादियों को प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई और इस साल 21 जुलाई को ये संख्या घटकर 2,259 रह गई है.
जम्मू-कश्मीर में अब शांति का माहौल है- मंत्री नित्यानंद राय
मंत्री ने कहा ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष ऐसे मुद्दों पर राजनीति कर रहा है, उसे ऐसा नहीं करना चाहिए. राय ने सदन को बताया कि 2004 से 2014 के बीच 2,829 नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की जान गई थी. लेकिन 2014 के बाद से यह संख्या 67 प्रतिशत तक कम हुई है. इसके साथ ही आतंकी घटनाओं में भी 69 प्रतिशत की कमी आई है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोग अब शांतिपूर्ण माहौल में रह रहे हैं और उन्हें सुरक्षा की पूरी गारंटी है.