जम्मू-कश्मीर में गुलाम नबी आजाद को बड़ा झटका, चुनाव से पहले पूर्व मंत्री ने बदला पाला; इस पार्टी में हो सकते हैं शामिल
जम्मू कश्मीर में सियासत की बिसात बिछने लग है. सभी नेता अपने लिए विधानसभा में पहुंचने के लिए अपनी चाल चलने लगे हैं. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को एक बड़ा झटका लगा है. इनकी पार्टी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के कद्दावर नेता ताज मोहि-उद-दीन ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि वो अब जल्द ही फिर से कांग्रेस में शामिल होंगे.
ताज मोहि-उद-दीन एक कश्मीर के एक ब़डे नेता हैं. उन्होंने कांग्रेस में चार दशक से भी ज्यादा समय बिताया है. शनिवार को एक बैठक के दौरान उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी में वापस शामिल होने के बारे में चर्चा की. साथ ही कहा कि वो जल्द ही कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे. ये फैसला उन्होंने जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा के एक दिन बाद लिया.
कांग्रेस ने बनाया नया प्रदेश अध्यक्ष
ताज मोहि-उद-दीन ने साल 2022 के अगस्त में पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद में वो आजाद के नेतृत्व वाली DPAP में शामिल हो गए थे. कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के चुनाव को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया. पार्टी ने विकार रसूल को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया. चुनाव को देखते हुए पार्टी हाइकमान ने तारिक कर्रा को नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है.
विकार रसूल ने खिलाफ लगातार पार्टी में असंतोष बढ़ता जा रहा था. हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस के संगठन महासचिव वेणुगोपाल की तरफ से बैठक बुलाई गई. इसमें प्रदेश के कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया था. इस बैठक में वेणुगोपाल ने हर नेता से अकेले में मुलाकात की. साथ ही कई नेताओं ने विकार रसूल के कामकाज पर असंतोष जताते हुए चुनाव से पहले हटाने की मांग की थी.
हाईकमान को लिखे गए कई पत्र
इससे पहले भी कश्मीर के कई नेताओं ने विकार के खिलाफ हाईकमान को पत्र लिखे थे. इसके बाद पार्टी ने बड़ा एक्शन लेते हुए सभी को साथ लेकर न चलने के रवैये के कारण उनकी प्रदेश अध्यक्ष के पद से छुट्टी कर दी. गुलाम नबी की पार्टी को छोड़कर आए ताज मोहि-उद-दीन ने अभी काग्रेस पार्टी का सदस्यता नहीं ली है. लेकिन पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष बने तारिक कर्रा के दिल्ली से आने के बाद ताज मोहि-उद-दीन अपने समर्थकों के साथ कांग्रस में शामिल हो जाएंगे.