जल्द बन सकता है ईरान एक परमाणु संपन्न देश, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
मध्य पूर्व में तनाव के बीच ईरान तेजी से अपने आपको परमाणु संपन्न बनने में लगा है और परमाणु बम बनाने के बहुत नजदीक पहुंच गया है. ईरान के परमाणु बम बनाने के खतरों को लेकर लगातार पश्चिमी देश और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय लंबे समय से चेतावनी दे रहा है. ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट से पता चला है कि ईरान ने हाल के महीनों में अपने परमाणु प्रोग्राम को और तेज कर दिया है.
ईरान इंटरनेशनल ने अपने तीन सूत्रों से बताया कि ईरान अपने सीक्रेट न्यूक्लियर प्रोग्राम को आगे बढ़ा रहा है, इसके लिए उसने दोबारा से डिफेंसिव इन्नोवेशन एंड रिसर्च का गठन किया है. मोहम्मद इस्लामी को इसकी जिम्मेदारी दी गई है और परमाणु बम डेटोनेटर बनाने के लिए परीक्षण फिर से शुरू किया है.
सालों से अमेरिकी एजेंसी जता रही चिंता
सालों से अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने अपनी सालाना रिपोर्टों में लगातार कहा है कि ईरान परमाणु परिक्षण के लिए तेजी से काम कर रहा है. हालांकि, इस साल जुलाई में आई रिपोर्ट में परमाणु परिक्षण जैसी लाइनों को हटा दिया गया है. इसके बजाय, रिपोर्ट में कहा गया है, “ईरान ने ऐसी गतिविधियां की हैं जो उसे परमाणु संपन्न बनाने के लिए बेहतर स्थिति में रखती हैं, अगर वह ऐसा करना चाहता है.”
नई जानकारी से पता चला है कि पिछले 8 महीनों से चल रहे तनाव के बाद ईरान ने फिर से अपने परमाणु प्रोग्राम को तेज कर लिया है. ईरान ने SPND का फिर गठन किया है, जिसके अंदर हाई लेवल यूरेनियम बनाना, परमाणु विस्फोट उपकरणों को बनाना और अपनी मिसाइलों को परमाणु वारहेड ले जाने लायक बनाना शामिल है.
रईसी की सरकार में बन गया था प्लान
इब्राहिम रईसी की मौत से पहले ही ईरानी संसद ने एक बिल को मंजूरी दी थी. जिसमें SPND (Organization of Defensive Innovation and Research) के गठन शामिल था. SPND को 2010 में ईरान रक्षा मंत्रालय की एक सहायक कंपनी के तौर पर बनाया गया था.
इस बिल के बाद इसको एक स्वतंत्र बॉडी में बदल दिया गया है. ये बॉडी अब सीधे ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामनाई के कंट्रोंल में है.
ईरान के सैन्य परमाणु प्रोग्राम में अहम रोल निभाने वाले मोहसेन फ़ख़रीज़ादेह पहले SPND का नेतृत्व करते थे.
मोहसेन फ़ख़रीज़ादेह की भी 2020 में अब्सार्ड इलाके में हत्या कर दी गई और इसका आरोप इजराइल पर लगा. अब रिपोर्टों से पता चला है कि ईरान ने यूरेनियम का उत्पाद 60 फीसद से बड़ा लिया है, जो छोटे परमाणु बम बनाने के लिए काफी है.