जाकिर नाइक के बेटे ने खोला राज, बताया- कितनों को बनाया मुसलमान, PAK दौरे का विरोध
इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक और उसका बेटा फारिक नाइक का अगले महीने 5 अक्टूबर को पाकिस्तान का दौरा प्रस्तावित है. उनके पाकिस्तान जाने को लेकर विवाद बढ़ गया है. टीएलपी नेता ने जाकिर नाइक की पाकिस्तान यात्रा पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है और कहा कि यदि प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो परिणामों के लिए सरकार जिम्मेदार होगी.
बता दें कि भारत का वांटेड जाकिर नाइक फिलहाल मलेशिया में रह रहा है. पाकिस्तान के शहबाज सरकार के निमंत्रण पर जाकिर नाइक अक्टूबर में अपने बेटे फारिक नाइक के साथ पाकिस्तान जाएगा. 5 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक लाहौर, कराची और इस्लामाबाद में उसके कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं.
पाकिस्तान सरकार द्वारा जाकिर नाइक को निमंत्रण देने का विरोध हो रहा है. अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी के बाद अब टीएलपी नेता भी जाकिर नाइक के पाकिस्तानी दौरे का विरोध किया है.
फारिक नाइक ने पाकिस्तानी यूट्यूबर नदीर अली के शो में खुलासा किया कि वे भारत में नहीं थे, तब उसके परिवार को लेकर विवाद हुआ.
इस्लामिक संगठन से जोड़कर विवाद पैदा किया गया
फारिक ने कहा कि मीडिया में तरह-तरह की अफवाहें फैलाई गई और कहा गया है कि जाकिर वे भारत छोड़कर भाग गये, लेकिन इसमें सच्चाई नहीं है. उस समय वे लोग मक्का में थे और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह विवाद ईद से एक दिन ही शुरू किया गया था.
धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर फारिक ने सफाई दी कि जब वे लोग भारत में रह रहे थे तो उन लोगों का नाम इस्लाम कबूल कराने वाले एक इस्लामिक संगठन से जोड़ कर विवाद पैदा करने की कोशिश की गयी थी, लेकिन अब वे लोग मलेशिया में रह रहे हैं. यहां पर इस्लाम कबूल करने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
उन्होंने कहा कि 9/11 की घटना के बाद पश्चिमी देशों में इस्लाम कबूल करने वालों की संख्या बढ़ी है और इसमें दो-तिहाई महिलाएं हैं.
बड़ी संख्या में लोग इस्लाम कर रहे हैं कबूल
जब उसने पूछा गया कि जाकिर नाइक ने कितने लोगों को इस्लाम धर्म कबूल करवाएं हैं तो फारिक ने साफ कहा कि उसने सिर्फ दो-तीन लोगों को ही इस्लाम धर्म कबूल कराया है लेकिन भारत छोड़ने के बाद उनके पिता जाकिर नाइक का कार्यक्रम सोशल मीडिया और लाइव टीवी पर आने लगा तो उसके बाद से बड़ी संख्या में लोग इस्लाम कबूल कर रहे हैं.
फारिक नाइक का कहना है कि उन लोगों को भारत की बहुत याद आती रहती है, लेकिन वे लोग फिलहाल परिवार के साथ मलेशिया में हैं और मलेशिया में बहुत ही सुकून महसूस कर रहे हैं. मलेशिया मुस्लिम देश होने के कारण यहां का माहौल भी इस्लामिक है.