जिस देश से लौटते समय ईरान के राष्ट्रपति की हुई थी मौत, वहां क्या करने गए व्लादिमीर पुतिन?
यूक्रेन के खिलाफ जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन रविवार को अजरबैजान की राजधानी बाकू पहुंचे हैं. अजरबैजान वही देश है जहां से लौटते समय ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी. अब पुतिन उसी देश की राजधानी में पहुंचे हैं.
रूसी समाचार एजेंसियों की मानें तो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन राजकीय यात्रा पर अजरबैजान की राजधानी बाकू पहुंचे हैं. दो दिन तक अजरबैजान में ही रहेंगे. इससे पहले क्रेमलिन ने बताया था कि पुतिन अपने अजरबैजानी समकक्ष इल्हाम अलीयेव से मुलाकात करेंगे और उनके साथ अहम बैठक भी करेंगे. इस बैठक में अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच तनाव को सुलझाने के सवाल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
संयुक्त दस्तावेजों पर हो सकते हैं हस्ताक्षर
रूसी न्यूज एजेंसियों की मानें तो अलीयेव और पुतिन संयुक्त दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करेंगे और प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान भी देंगे. सोमवार को पुतिन देश के मौजूदा नेता के पिता हैदर अलीयेव की कब्र पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे, जो 1993 से 2003 तक राष्ट्रपति रहे थे.
आर्मेनियाई अलगाववादियों से ले लिया पहाड़ी क्षेत्र
अजरबैजान ने सितंबर 2023 में आर्मेनियाई अलगाववादियों से पहाड़ी क्षेत्र को फिर से जीत लिया, जिन्होंने तीन दशकों तक इस पर कब्जा किया हुआ था. आर्मेनिया ने रूस पर नागोर्नो-कराबाख को लेकर अजरबैजान के साथ संघर्ष में अपर्याप्त समर्थन का आरोप लगाया.
तब से ही आर्मेनिया ने पश्चिमी देशों, विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपने संबंधों को गहरा करने की कोशिश की है, जो मॉस्को को बहुत परेशान करता है, जो दोनों पूर्व सोवियत गणराज्यों को अपने प्रभाव क्षेत्र में मानता है. अजरबैजान नवंबर में COP29 क्लाइमेटकॉन्फ्रेंस की मेजबानी कर रहा है.
प्राकृतिक गैस का बड़ा उत्पादक है अजरबैजान
रूस के लिए अजरबैजान इसलिए भी काफी अहम है क्योंकि यह प्राकृतिक गैस का एक प्रमुख उत्पादक है. माना जाता है कि फरवरी 2022 में यूक्रेन में संघर्ष शुरू होने के बाद कई यूरोपीय देशों अजरबैजान पर आपूर्ति में कटौती के लिए दबाव भी डाला था, लेकिन वो सफल नहीं हो पाए थे.